उत्तर प्रदेश के संभल जिले से चर्चित तेज तर्रार पुलिस ऑफिसर अनुज चौधरी महामहिम राष्ट्रपति के आगमन से एक दिन पूर्व सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने श्री कृष्ण कुब्जा मंदिर मथुरा पहुंचे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 25 सितंबर को भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा और वृंदावन धार्मिक यात्रा पर पहुँच रही हैं। इस अवसर पर जिला प्रशासन, नगर निगम और साधु-संत पूरी तरह से तैयार हैं। राष्ट्रपति के दौरे को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से विशेष महत्व दिया जा रहा है। वृंदावन में वह श्री ठाकुर बांके बिहारी मंदिर, निधिवन और परिक्रमा मार्ग पर स्थित श्री नाभा कृष्ण-सुदामा कुटी में साधु-संतों के साथ मुलाकात करेंगी।
मथुरा का दौरा राष्ट्रपति के लिए विशेष महत्व रखता है। वे मथुरा स्थित प्राचीन कृष्ण कुब्जा मंदिर के दर्शन करेंगी। मंदिर के मुख्य पुजारी ने इस जानकारी की पुष्टि की है। यह यात्रा मथुरा और वृंदावन की धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत को देश और दुनिया के सामने उजागर करने का अवसर मानी जा रही है।
कुब्जा मंदिर मथुरा के इतिहास और संस्कृति में विशेष स्थान रखता है। यह मंदिर भगवान कृष्ण और उनकी भक्त कुब्जा के पवित्र संबंध का प्रतीक है। कुब्जा एक कुबड़ी महिला थी, जो कंस के महल में इत्र और चंदन का लेप बनाने का कार्य करती थी। जब भगवान कृष्ण और बलराम मथुरा आए, तो उन्होंने रास्ते में कुब्जा से मुलाकात की। अपनी भक्ति और श्रद्धा से कुब्जा ने भगवान कृष्ण को चंदन का लेप अर्पित किया। इस निस्वार्थ भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान कृष्ण ने उसे उसके कुबड़ेपन से मुक्त कर सुंदर रूप प्रदान किया। साथ ही उन्होंने वरदान दिया कि उनके दर्शन करने वाले भक्त कुब्जा की भक्ति को भी स्मरण करेंगे। यही घटना कुब्जा मंदिर की पौराणिक और ऐतिहासिक महत्ता को दर्शाती है।
जहां अक्सर विधायक, सांसद और मंत्री भी नहीं पहुँच पाते, वहीं राष्ट्रपति के दर्शन का विशेष महत्व है। उनके आगमन से मंदिर की प्राचीनता और सांस्कृतिक महत्व दोनों ही उजागर होंगे। प्रशासन ने राष्ट्रपति के प्रस्तावित कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए मंदिर और आसपास के क्षेत्रों को सजाया और व्यवस्थित किया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 25 सितंबर को दिल्ली से स्पेशल ट्रेन द्वारा वृंदावन पहुँचेगी। उनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन, नगर निगम और स्थानीय अधिकारी पूरी तैयारी में जुटे हैं। सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। प्रदेश के डीजीपी राजीव कृष्ण और अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने मंगलवार को मथुरा और वृंदावन पहुँचे। श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी प्वाइंट्स पर कड़ी निगरानी की जा रही है।
राष्ट्रपति का यह दौरा धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उनकी उपस्थिति से न केवल श्रद्धालुओं में उत्साह बढ़ेगा, बल्कि मथुरा और वृंदावन की संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का अवसर भी मिलेगा। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की मेहनत और समन्वय इस यात्रा को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।