बलिया जिले में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से हालात गंभीर होते जा रहे हैं। नदी ने खतरे के निशान को पार कर लिया है। जहां पहले खतरे का बिंदु 57.61 मीटर पर था, वहीं अब गंगा का जलस्तर 58.90 मीटर तक पहुंच गया है। अचानक बढ़ते जलस्तर से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। दर्जनों गांव गंगा के बढ़ते पानी की चपेट में आ गए हैं और वहां के लोग भयभीत हैं। खेत-खलिहान और घर पानी में डूबने लगे हैं, जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
बाढ़ के कारण कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पलायन करना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं। प्रभावित गांवों में नावों की व्यवस्था की जा रही है, साथ ही लोगों को ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग भी अलर्ट पर हैं ताकि किसी तरह की आपदा से समय रहते निपटा जा सके।
गंगा के बढ़ते जलस्तर से सड़क संपर्क भी प्रभावित हो रहा है और लोगों की आवाजाही में दिक्कतें आ रही हैं। लगातार हो रही बारिश ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अफवाहों से बचने की अपील की है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि पानी का स्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो बाढ़ की स्थिति और भयावह हो सकती है। वर्तमान हालात ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है और लोग प्रशासन से त्वरित मदद की उम्मीद लगाए हुए हैं।