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Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में विकास और सामाजिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्री का फोकस: MSME, GI टैग और युवाओं के लिए नई योजनाएं

उत्तर प्रदेश सरकार ने बीते वर्षों में जिस तेजी से विकास की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, वह प्रदेश के सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव लेकर आ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कहा कि “हमारे लिए जाति मायने नहीं रखती, हम हर युवा की प्रतिभा और उसकी ऊर्जा का लाभ उत्तर प्रदेश के विकास में लगाना चाहते हैं।” इस विजन को मजबूती देने के लिए सरकार ने कई अहम योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश पहला राज्य है जहां पांच लाख रुपये का सुरक्षा कवच प्रदान किया जा रहा है। 14% आबादी यानी करीब 90 लाख लोगों को यह सामाजिक सुरक्षा दी गई है। यह रजिस्ट्रेशन आधारित कवच सामाजिक सुरक्षा की मजबूत गारंटी है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री युवा मोबाइल ऐप जैसे कदम युवाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में कारगर साबित हो रहे हैं।

प्रदेश में MSME सेक्टर को भी एक नई उड़ान दी जा रही है। सीएम ने बताया कि MSME इकाइयों को चेक वितरण के साथ-साथ लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि छोटे उद्योग रोजगार के अवसर उत्पन्न करें और बड़े उद्योगों की ओर अग्रसर हों। ग्रेटर नोएडा में 25 से 29 सितंबर तक फिर से मेगा MSME एक्सपो का आयोजन किया जाएगा, जिससे प्रदेश के उद्यमियों और शिल्पकारों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान मिल सके।

एक और बड़ी उपलब्धि यह है कि उत्तर प्रदेश के 77 उत्पादों को GI टैग मिल चुका है, जो वैश्विक स्तर पर यूपी के शिल्प, कारीगरी और परंपराओं को एक नई पहचान देता है। इस क्रम में 75 नए उत्पादों के लिए भी आवेदन दाखिल किए गए हैं, ताकि किसी अन्य राज्य या देश में इन शिल्प और कारीगरों के हक पर दावा न किया जा सके। यह प्रदेश की सांस्कृतिक और आर्थिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक अहम कदम है।

सीएम ने कहा कि पिछली बार के दो संस्करण बेहद सफल रहे, और इस बार फिर से प्रदेश के उत्पादों को मंच देने के लिए योजनाएं बन रही हैं। युवा उद्यमियों के लिए सीएम युवा मोबाइल ऐप की शुरुआत की जा चुकी है, ताकि डिजिटल माध्यम से भी उनका मार्गदर्शन और सहयोग किया जा सके।

योगी आदित्यनाथ का कहना है कि उत्तर प्रदेश में विकास की प्रक्रिया में सभी को समान अवसर दिए जाएंगे। जाति, धर्म या क्षेत्र के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होगा। हर युवा की प्रतिभा, कौशल और ऊर्जा को प्रदेश के विकास में लगाया जाएगा, ताकि उत्तर प्रदेश सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से देश में सबसे अग्रणी राज्य बन सके।

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