उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह तीन दिवसीय बुंदेलखंड दौरे पर हैं। इस दौरे के दूसरे दिन वे झांसी पहुंचे, जहां उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत ग्राम किलचवारा खुर्द में चल रही परियोजना का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामवासियों से संवाद कर योजना से जुड़ा फीडबैक लिया। मंत्री ने ग्रामीणों की समस्याओं और सुझावों को ध्यान में रखते हुए परियोजना की गुणवत्ता और कार्यक्षमता को बेहतर बनाने पर जोर दिया।
स्वतंत्र देव सिंह ने इसके बाद झांसी के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों—खजराहा खुर्द, खजराहा बुजुर्ग और गुवावली (बबीना)—में जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर जल परियोजना का भी जायजा लिया। उन्होंने प्रत्येक गांव में नल जल की आपूर्ति की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया और ग्रामीणों से सीधे बात कर योजना के लाभ और चुनौतियों को समझने की कोशिश की। यह कदम सरकार की उस नीति का हिस्सा है, जो ग्रामीणों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए वास्तविक स्थिति को समझकर सुधार करना चाहती है।
जल जीवन मिशन का मुख्य उद्देश्य हर ग्रामीण घर तक नल के माध्यम से शुद्ध और स्वच्छ पेयजल की स्थायी आपूर्ति सुनिश्चित करना है। लेकिन जमीनी रिपोर्ट्स में कई ऐसी समस्याएं सामने आई हैं, जिनमें अधूरी जल टंकियां, पाइपलाइनों में लीकेज, खराब गुणवत्ता और पर्याप्त आपूर्ति का अभाव शामिल है। इन मुद्दों को लेकर सरकार ने अब सक्रिय भूमिका निभाने का निर्णय लिया है।
जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का यह दौरा केवल औपचारिक निरीक्षण नहीं है, बल्कि इसे एक कड़ा संदेश भी माना जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि यदि जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही, भ्रष्टाचार या गुणवत्ता में कमी पाई गई, तो जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इससे परियोजना के प्रभावी क्रियान्वयन में तेजी आएगी और ग्रामीणों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
27 जून को जलशक्ति मंत्री जालौन के उरई में प्रमुख सचिव के साथ परियोजनाओं की समीक्षा बैठक भी करेंगे। इस बैठक में वे उन चुनिंदा क्षेत्रों का निरीक्षण करेंगे जहां पानी की टंकियां और पाइपलाइन व्यवस्था की स्थिति को मापा जाएगा। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जल जीवन मिशन के तहत योजनाएं सही तरीके से लागू हो रही हैं और ग्रामीण जनता को अपेक्षित लाभ मिल रहा है।
बुंदेलखंड क्षेत्र जल संकट से जूझ रहा है, इसलिए यहां जल जीवन मिशन का प्रभावी क्रियान्वयन बेहद जरूरी है। मंत्री के इस दौरे से यह संकेत मिलता है कि सरकार जल संकट को गंभीरता से ले रही है और वास्तविक जमीन पर जाकर समस्याओं का समाधान करने को तत्पर है। साथ ही, यह भी स्पष्ट किया गया है कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जिम्मेदारों को कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा।
इस तरह के निरंतर निरीक्षण और समीक्षा से यह उम्मीद है कि बुंदेलखंड के ग्रामीण इलाकों में जल जीवन मिशन के तहत पेयजल की उपलब्धता में सुधार होगा और लोगों की जीवन गुणवत्ता बेहतर होगी। सरकार का यह प्रयास ग्रामीणों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा और जल संकट से निपटने में मददगार होगा।