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Lucknow: डॉ. मुखर्जी के बलिदान को सीएम योगी का सलाम, लखनऊ में आयोजित हुआ श्रद्धांजलि समारोह

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। यह कार्यक्रम लखनऊ स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डॉ. मुखर्जी के राष्ट्र निर्माण में योगदान को याद करते हुए उनके बलिदान को सराहा और युवाओं के लिए उन्हें प्रेरणा स्रोत बताया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने देश के लिए एक मजबूत और अखंड भारत के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को लेकर धारा 370 और 35A के खिलाफ संघर्ष किया, जो उस समय की राजनीतिक परिस्थितियों में एक साहसिक कदम था। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस संघर्ष ने यह सिखाया कि कोई भी कानून राष्ट्र की एकता और अखंडता से बड़ा नहीं हो सकता।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने डॉ. मुखर्जी के सपनों को साकार करते हुए जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया, जो उनके बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि यह कदम भारत की संप्रभुता और अखंडता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय था, जिसने पूरे देश में राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया है।

कार्यक्रम में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता, मंत्रीगण, पार्टी कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने डॉ. मुखर्जी के जीवन को युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्रभक्ति को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया और अपने विचारों से युवाओं में आत्मगौरव की भावना जगाई। सीएम ने सभी से आग्रह किया कि वे डॉ. मुखर्जी के विचारों को अपनाएं और राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दें।

इस अवसर पर एक संगोष्ठी भी आयोजित की गई, जिसमें डॉ. मुखर्जी के जीवन, विचारधारा और संघर्षों पर गहराई से चर्चा की गई। वक्ताओं ने उनके राष्ट्रभक्ति के गुणों को उजागर करते हुए युवाओं को उनके आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। इस संगोष्ठी ने डॉ. मुखर्जी के व्यक्तित्व और उनके द्वारा किए गए बलिदान को पुनः जीवंत किया।

कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के हर नागरिक तक विकास की रोशनी पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास के फल पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने सभी से यह भी आह्वान किया कि वे राष्ट्रहित में डॉ. मुखर्जी के आदर्शों को अपनाएं और देश को एक मजबूत एवं समृद्ध राष्ट्र बनाने में योगदान दें।

इस तरह डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर आयोजित यह कार्यक्रम न केवल उनके जीवन और विचारों को याद करने का माध्यम बना, बल्कि युवाओं को राष्ट्रभक्ति और समर्पण की भावना से प्रेरित करने का भी जरिया बना। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह आयोजन डॉ. मुखर्जी के योगदान को सम्मानित करते हुए प्रदेश और देश के विकास की दिशा में एक नया जोश और ऊर्जा प्रदान करता है।

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