बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान दरभंगा जिले में जनसभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी INDI गठबंधन पर जोरदार निशाना साधा है। योगी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जैसे गांधीजी के जमाने में तीन बंदर थे, वैसे ही इंडिया गठबंधन के पास भी तीन बंदर हैं—पप्पू, टप्पू और अप्पू। उनके अनुसार, पप्पू सच नहीं बोल सकता, टप्पू सच देख नहीं सकता और अप्पू सच नहीं सुन सकता।
योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि गठबंधन की पार्टियां—कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और समाजवादी पार्टी (सपा)—परिवारवादी राजनीति को बढ़ावा देती हैं, और माफियाओं को अपना चेला बनाकर राज्य की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन ने जातिवाद, अपराध और अराजकता को बढ़ाने का काम किया है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ है।
यूपी सीएम के केवटी विधानसभा में संबोधन की मुख्य बातें
अगर बिहार में समाज एकजुट रहेगा तो किसी भी तरह का नुकसान नहीं होगा। उन्होंने नारा दिया, “बंटेगे नहीं तो कटेंगे नहीं, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।” योगी ने बीजेपी और एनडीए की विजय को बिहार की प्रगति के साथ जोड़ा और कहा कि केवटी विधानसभा सीट से मोहन झा को जीत दिलाएं तथा असामाजिक तत्वों को पनपने न दें।
आरजेडी शासन में नरसंहार और दंगे
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिहार में जब आरजेडी और कांग्रेस की सरकार आई, तब राज्य में 76 से ज्यादा नरसंहार हुए, जातीय संघर्ष और अपहरण एक उद्योग बन गया। वर्तमान में मिथिला और केवटी इलाके में शांति का माहौल है, और “सब चंगा है”। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी विदेश जाकर देश के खिलाफ बोलते हैं और एनडीए सरकार द्वारा किए गए विकास को नहीं पहचानते। योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अयोध्या में रामभक्तों पर गोली चलाई थी और आरजेडी-कांग्रेस ने बिहार को दंगों की आग में झोंक दिया था।
कश्मीर मुद्दे पर तीखी टिप्पणी
मुख्यमंत्री ने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कांग्रेस की वजह से वहां हिन्दू समुदाय कम हो गया और धारा 370 हटाकर प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद से मुक्त कराया है।

