प्रयागराज : नैनी क्षेत्र के नई बाजार स्थित शिशु विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली इंटर की मेधावी छात्रा मानसिक प्रताड़ना के कारण गहरे सदमे में चली गई है। छात्रा निशिता, जो 10वीं कक्षा में विज्ञान विषय में 83% अंक लाई थी, वर्तमान में इंटर में बायोलॉजी विषय से पढ़ रही है। परिजनों का आरोप है कि विद्यालय के शिक्षक मनीष द्विवेदी उस पर अपने यहां कोचिंग क्लास ज्वाइन करने का दबाव डाल रहे थे। छात्रा द्वारा इंकार करने पर शिक्षक ने उसे लगातार प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
परिजनों के मुताबिक, शिक्षक ने उसे क्लास में सभी छात्रों के सामने मुर्गा बनाया, बेवजह गलतियां निकालकर मारपीट और सजा दी। इससे छात्रा मानसिक रूप से बेहद आहत हो गई और डिप्रेशन का शिकार हो गई। कुछ दिन पहले उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। सहमी और डरी हुई हालत में छात्रा को औद्योगिक क्षेत्र के एक आधुनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। पांच दिन तक इलाज के बावजूद उसकी स्थिति सामान्य नहीं हो पाई, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे न्यूरो विशेषज्ञ को दिखाने की सलाह दी।
पिता रजनीश श्रीवास्तव का कहना है कि इलाज में अब तक 35-40 हजार रुपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन बेटी की हालत गंभीर बनी हुई है। अस्पताल में भी वह डर के मारे चौंक जाती है और पूरी तरह दहशत में है। परिजनों का कहना है कि उसे एक मिनट के लिए भी अकेले छोड़ना मुश्किल हो गया है।
परिजनों ने आरोप लगाया कि विद्यालय प्रशासन की ओर से अभी तक न तो कोई आर्थिक मदद दी गई और न ही आरोपी शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई। शनिवार को विद्यालय के प्रबंधक कीर्ति द्विवेदी अस्पताल में छात्रा से मिलने पहुंचे, लेकिन ठोस कदम अभी तक नहीं उठाया गया। घटना ने विद्यालय प्रबंधन और शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।