बलिया जिले की सोहांव तहसील के ग्रामसभा सोबन्था में ग्रामवासियों ने ग्राम प्रधान भागमनी देवी और उनके प्रतिनिधि सुरेश यादव पर मनरेगा व अन्य सरकारी योजनाओं में भारी भ्रष्टाचार और धन की बंदरबांट के आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों के अनुसार अधूरे कार्यों पर पूर्ण भुगतान, फर्जी मजदूरों के नाम पर धन निकासी और घटिया निर्माण सामग्रियों के उपयोग जैसी अनियमितताएं सामने आई हैं। ग्राम प्रधान के परिजनों का नाम मजदूरी सूची में दर्ज कर बिना काम भुगतान लिया गया। विरोध करने वाले मजदूरों को धमकाकर सूची से हटाने की बात भी कही गई। जिला प्रशासन ने शिकायत पर जांच टीम भेजी है |
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान के पुत्र और पत्नी का नाम मनरेगा मजदूरों की सूची में शामिल कर बिना काम कराए भुगतान ले लिया गया, जो नियमों के विरुद्ध है। चकमार्ग और अन्य मार्गों पर केवल ट्रैक्टर से जोत कर मजदूरों के नाम पर पैसा आहरित किया गया और उनसे जबरन पैसा वसूला गया। विरोध करने पर मजदूरों को नाम सूची से हटाने की धमकी दी गई।
इसके अलावा, इंटरलॉकिंग कार्य, RCC सड़कों सहित अन्य परियोजनाओं में भी भारी अनियमितता और घटिया सामग्री के उपयोग की बात सामने आई है। ग्रामीणों ने शिकायत कर जांच की मांग की, जिस पर जिला प्रशासन ने टीम भेजकर जांच करवाई। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि जांच टीम निष्पक्षता से काम नहीं कर रही और प्रधान को बचाया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि सभी कार्यों की जांच सार्वजनिक रूप से और उनकी उपस्थिति में की जाए।
वही प्रधान प्रतिनिधि सुरेश यादव ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपी को खारिज करते हुए गलत व निराधार बताते हुए कहा कि मेरे द्वारा जो भी कार्य कराए गए हैं वह मानक के अनुरूप कराए गए हैं सही तरीके से जो कार्य अधूरा रह गया है उसे कार्य में जितना पैसा मिला है। वह सब पैसे लगा दिए गए हैं। इस मामले में जांच चल रही है जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई किया जाए।