सोनभद्र जिले के विकास खंड नगवां अंतर्गत ग्राम पंचायत डोरियां में चकरोड को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। डोरियां और रड्या ग्राम पंचायतों की सरहद पर स्थित चकरोड, जो खलियारी-राबर्ट्सगंज मुख्य मार्ग को डोरियां गांव से जोड़ता है, वहां रइया गांव के एक व्यक्ति द्वारा जमीन काटे जाने के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आवागमन बाधित होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया और इस मसले को लेकर एसडीएम से लिखित शिकायत भी की।
इस चकरोड की महत्ता इसलिए भी है क्योंकि यह ग्रामीणों के दैनिक आवागमन का मुख्य मार्ग है, जो बाजार, अस्पताल और स्कूलों तक पहुँचने का जरिया है। मगर उक्त कास्तकार ने चकरोड की भूमि को अपने खेत में मिलाने का प्रयास किया, जिससे ग्रामीणों का रास्ता पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। पहले ग्रामीणों ने इस मुद्दे को थाना रायपुर में उठाया, लेकिन पुलिस ने इसे राजस्व विभाग का मामला बताकर कार्रवाई से इनकार कर दिया। इसके बाद ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने क्षेत्रीय लेखपाल को बुलाकर चकरोड की नाप-जोख करवाई।
दो जुलाई को हुई पैमाइश में साफ हुआ कि चकरोड की जमीन लगभग पांच फीट संबंधित कास्तकार की जमीन में आ गई है। राजस्व कर्मियों ने नापी के बाद वहां लकड़ी का खूंटा गाड़कर निशान तय किया, लेकिन अगले ही दिन उक्त कास्तकार ने खूंटा उखाड़कर फेंक दिया, जिससे स्पष्ट है कि वह चकरोड को कब्जा कर निजी इस्तेमाल में लाना चाहता है। चार जुलाई को ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने एक बार फिर उप जिलाधिकारी से लिखित शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस प्रशासनिक उदासीनता के चलते ग्रामीणों में नाराजगी है और उन्होंने मौके पर पहुंचकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। अब ग्रामीणों की मांग है कि चकरोड को कब्जा मुक्त कराते हुए दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।