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Gorakhpur : राष्ट्रपति ने किया यूपी के पहले आयुष विश्वविद्यालय का लोकार्पण

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का भव्य लोकार्पण किया। 52 एकड़ में 268 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह विश्वविद्यालय आयुष पद्धतियों के पुनर्जागरण का प्रतीक बनेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि गुरु गोरखनाथ की इस भूमि ने तप, साधना, अध्यात्म और राष्ट्रप्रेम का संदेश दिया है। उन्होंने गोरखपुर की महान परंपराओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां से निकली नाथ परंपरा ने देश और दुनिया में मानव कल्याण के लिए योग और साधना का प्रचार किया। राष्ट्रपति ने कहा कि गीताप्रेस गोरखपुर ने जनमानस को धर्म और संस्कृति से जोड़ने का अद्वितीय कार्य किया है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा रहेगा।

 

राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के उद्घाटन को आयुष पद्धतियों के पुनर्जागरण का उत्सव बताया। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय में आयुष शिक्षा, शोध और रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित की गई हैं। साथ ही यह विश्वविद्यालय प्रदेश और देश में आयुष चिकित्सा के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। महामहिम ने कहा कि आज भी खेतों और जंगलों में औषधीय पौधों का खजाना मौजूद है, जिनके वैज्ञानिक अध्ययन और शोध के लिए यह विश्वविद्यालय एक मजबूत आधार बनेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की भी प्रशंसा की और कहा कि आयुष को वैश्विक पहचान दिलाने में उनका योगदान ऐतिहासिक है।

राष्ट्रपति ने सीएम योगी के अथक परिश्रम की सराहना करते हुए कहा कि उनका भाव जनता के प्रति समर्पण का है। उन्होंने योग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि योग के माध्यम से मानसिक और शारीरिक शक्ति बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने डॉक्टर, नर्स और सेवादारों को जीवनदायिनी बताया और कहा कि सभी को जनता की सेवा में “निद्राजीत” बनकर जुटना चाहिए। महामहिम ने कहा कि गोरखपुर में हाल के वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर, उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेज गति से प्रगति हुई है, जिससे नई ऊर्जा का संचार हुआ है।

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय के माध्यम से पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकास होगा। लगभग 100 आयुष कॉलेज इस विश्वविद्यालय से संबद्ध होकर लाभान्वित होंगे। शोध, शिक्षा और आधुनिक तकनीक का संगम इसे दुनिया में पहचान दिलाएगा। समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, सांसद रवि किशन समेत कई गणमान्य लोग शामिल हुए। राष्ट्रपति ने कहा कि महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय परंपरा और आधुनिकता का संगम बनेगा और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।

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