उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में प्रयागराज एयरपोर्ट से बौद्ध सर्किट तक बनने वाली 42.6 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क हादसों का कारण बन रही है। करोड़ों की लागत से बन रही इस सड़क की हालत बेहद खराब है। नगर पंचायत सराय अकिल के पटेल चौराहे पर सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जो बारिश के बाद तालाब में तब्दील हो जाते हैं। गड्ढों में भरे पानी से राहगीर आए दिन फिसलकर चोटिल हो रहे हैं।
स्थानीय लोगों और राहगीरों ने लगातार शिकायतें दर्ज कराईं, लेकिन सड़क का निर्माण कर रही CSIL (छात्र शक्ति इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) कंपनी ने अब तक इन गड्ढों को भरने की जहमत नहीं उठाई। PWD और निर्माण कंपनी की लापरवाही के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सड़क पर खतरनाक गड्ढों और पानी से न केवल पैदल चलने वाले लोग बल्कि बाइक और चारपहिया वाहन चालक भी जोखिम में हैं।
गुणवत्ता को लेकर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं। करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद सड़क का निर्माण मानकों के अनुरूप नहीं किया गया है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारी मौके पर आते हैं, लेकिन केवल निरीक्षण तक ही सीमित रहते हैं, कोई ठोस कार्रवाई नहीं करते।
क्षेत्रीय लोगों ने प्रशासन से सड़क की तत्काल मरम्मत और गड्ढों को भरने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते सड़क की मरम्मत नहीं की गई तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। सवाल यह उठता है कि क्या विभाग और निर्माण कंपनी किसी बड़े हादसे के बाद ही जागेंगे?
सराय अकिल से गुजर रही इस फोरलेन सड़क की यह हालत निर्माण कार्य की गुणवत्ता और जिम्मेदार विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। जनता के लिए यह सड़क सुविधा के बजाय खतरे का सबब बन गई है, और लोगों को उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही इस पर कार्रवाई करेगा ताकि हादसों को रोका जा सके।