बांदा जिले के बबेरू ब्लॉक के सांडा क्षेत्र की गौशाला में गायों की दुर्दशा का मामला सामने आया हैं। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि गौशाला में रखी गई गायें सही देखभाल न मिलने के कारण कुत्तों के हमले का शिकार हो रही हैं। केयरटेकर रूम के बने होने के बावजूद कर्मचारियों की अनुपस्थिति के कारण गायों को समय पर भोजन और देखभाल नहीं मिल पा रही है।
ग्रामीणों ने गौशाला की स्थिति के लिए ग्राम प्रधान मन्जू देवी को जिम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि प्रधान ने सरकारी धन का दुरुपयोग कर अपने निजी लाभ के लिए विभिन्न विकास कार्य कराए। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिया, खड़ंजा, नाली, नाले और हैण्डपंप जैसी मरम्मत के लिए फर्जी बिल बनाए गए और मानक से कम गुणवत्ता वाला काम करवा भुगतान किया गया। विरोध करने पर ग्राम प्रधान ने अधिकारियों को अपने पक्ष में होने का दावा किया।
इसके अलावा, गौशाला के चारे और भूसे के लिए आए धन को भी गलत तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी बांदा से आग्रह किया है कि पिछले पांच वर्षों में ग्राम प्रधान द्वारा कराए गए सभी कार्यों का भौतिक सत्यापन किया जाए।
ग्रामीणों ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है ताकि भ्रष्टाचार के आरोपों की गंभीरता सामने आए और दोषियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा सके। उनका कहना है कि गौशाला में गायों की स्थिति सुधारना और ग्राम विकास में पारदर्शिता सुनिश्चित करना आवश्यक है। ग्रामीण आशा कर रहे हैं कि प्रशासन उनकी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कदम उठाएगा।

