नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सफर अब और सुरक्षित होने वाला है। नोएडा प्राधिकरण ने सड़क हादसों को रोकने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 7 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत से रोड सेफ्टी फीचर्स बढ़ाने की योजना बनाई है। इसके लिए टेंडर जारी किया गया है और इच्छुक एजेंसियां 15 मई 2025 तक आवेदन कर सकती हैं।
एक्सप्रेसवे के किन हिस्सों पर होगा काम
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 24 किलोमीटर है, जिसमें से करीब 20 किलोमीटर नोएडा प्राधिकरण के अधीन आता है और शेष भाग ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत है। रोड सेफ्टी सुधार कार्य सेक्टर-14ए से शुरू होकर पूरे एक्सप्रेसवे पर चरणबद्ध तरीके से किए जाएंगे।
ये होंगे मुख्य सेफ्टी फीचर अपग्रेड
नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक एसपी सिंह के अनुसार, निम्नलिखित कार्य प्रस्तावित हैं:
- 17 पुराने दिशा सूचक बोर्डों को नए और स्पष्ट संकेतों के साथ बदला जाएगा।
- सोलर लाइट्स लगाई जाएंगी ताकि रात में दृश्यता बढ़े।
- सड़क पर थर्मोप्लास्टिक पेंटिंग की जाएगी, जो वाहन चालकों को स्पष्ट मार्गदर्शन देगी।
- प्रवेश और निकासी बिंदुओं पर गति सीमा के संकेत बोर्ड लगाए जाएंगे।
- हर कट पॉइंट पर रंबल स्ट्रिप्स लगाए जाएंगे ताकि वाहनों की गति नियंत्रित की जा सके।
- इसके अतिरिक्त स्प्रिंग पोस्ट, एएफपी टेप और डेली नेटर जैसे अन्य सेफ्टी उपकरण भी लगाए जाएंगे।
क्यों जरूरी हैं ये बदलाव?
बीते वर्षों में एक्सप्रेसवे पर समय-समय पर होने वाले हादसों ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, रोड डिज़ाइन में छोटे बदलाव और सेफ्टी फीचर का अपडेट हादसों की संख्या में 30% तक की कमी ला सकता है।
टेंडर और कार्य समय सीमा
इस परियोजना के लिए टेंडर पहले ही जारी किया जा चुका है, जिसकी अंतिम तिथि 15 मई 2025 रखी गई है। टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कार्य को तेजी से शुरू किया जाएगा।