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Noida : प्लास्टिक को लेकर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम की सख्त चेतावनी

नोएडा प्राधिकरण ने स्वच्छता के मामले में देशभर में नंबर वन का स्थान प्राप्त कर लिया है, लेकिन चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं। शहर में गंदगी का सबसे बड़ा कारण प्लास्टिक का बढ़ता उपयोग है, जो खुलेआम बाजारों में इस्तेमाल किया जा रहा है। इस पर रोक लगाने के लिए प्राधिकरण ने एक व्यापक अभियान चलाया है और अब तक करीब ढाई हजार किलो प्लास्टिक जप्त किया गया है। प्राधिकरण ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि पाबंदी के बावजूद कोई प्लास्टिक का उपयोग करता पाया गया तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।

नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने कहा कि स्वच्छता अभियान का प्रमुख हिस्सा प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध और उसका सीज करना है। उन्होंने बताया कि जब भी गार्बेज की जांच की जाती है तो उसमें 90 प्रतिशत हिस्सा प्लास्टिक का ही पाया जाता है। यही कारण है कि पिछले 6-7 महीनों से प्राधिकरण ने विशेष टीमें बनाकर लगातार अभियान चलाया है। इस दौरान होलसेल बाजारों में जहां बड़ी मात्रा में प्लास्टिक बेचा जा रहा था, वहां की दुकानों को सील कर दिया गया है। वहीं, खुदरा बाजारों में भी प्लास्टिक का अवैध कारोबार रोकने के लिए छापेमारी कर दुकानों को सील किया गया है।

सीईओ ने यह भी बताया कि अब बाहर से आने वाले प्लास्टिक पर रोक लगाना प्राधिकरण का मुख्य लक्ष्य है। इसके अलावा वातावरण को शुद्ध और स्वच्छ बनाने के लिए बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। हाल ही में नोएडा में चार लाख से अधिक पौधे लगाए गए हैं जिनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी प्राधिकरण खुद उठा रहा है। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण का यह अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा ताकि पर्यावरण संरक्षण को सुनिश्चित किया जा सके।

नोएडा प्राधिकरण जहां एक ओर स्वच्छता अभियान के जरिए देश में मिसाल कायम कर रहा है, वहीं दूसरी ओर प्लास्टिक पर अंकुश और वृक्षारोपण जैसी पहलों से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी ठोस कदम बढ़ा रहा है।

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