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Lucknow: “करुणा, संवेदना और सेवा से जुड़कर ही चिकित्सा बनती है पूर्ण”- राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय का 21वाँ दीक्षांत समारोह प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस अवसर पर राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को उपाधियाँ और पदक प्रदान किए। उन्होंने अधिक संख्या में छात्राओं द्वारा उपाधियाँ एवं स्वर्ण पदक प्राप्त किए जाने पर विशेष प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे महिला सशक्तीकरण का सशक्त संकेत बताया।

चिकित्सा केवल पेशा नहीं, समाज के प्रति नैतिक दायित्व है

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा की सार्थकता तभी है, जब वह करुणा, संवेदना और सेवा भाव से जुड़कर मानवता के कल्याण का माध्यम बने। उन्होंने नव चिकित्सकों से कहा कि आज प्राप्त की गई डिग्री केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि समाज, राष्ट्र और मानवता के प्रति एक गंभीर नैतिक उत्तरदायित्व का उद्घोष है। रोगी के प्रति सहानुभूति, समाज के प्रति उत्तरदायित्व और राष्ट्र के प्रति कर्तव्य भाव ही एक चिकित्सक की वास्तविक पहचान है।

डॉक्टर दवा के साथ भरोसा और संबल भी देता है

राज्यपाल ने कहा कि एक चिकित्सक का दायित्व केवल रोग का उपचार करना नहीं, बल्कि पीड़ित मानव को विश्वास, आश्वासन और संबल देना भी है। जब डॉक्टर के हाथ में विज्ञान और हृदय में मानवता होती है, तभी चिकित्सा सच्चे अर्थों में जीवनदायिनी बनती है। उन्होंने नव चिकित्सकों से आह्वान किया कि वे पेशेवर सफलता की दौड़ में मानवीय मूल्यों और संवेदनशीलता को कभी न भूलें।

केजीएमयू ज्ञान, सेवा और करुणा की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय को उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश का एक गौरवशाली और प्राचीन चिकित्सा संस्थान बताया। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय से निकले चिकित्सकों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने देश और विदेश में भारत का नाम रोशन किया है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में यहां के विद्यार्थी वैश्विक स्तर पर चिकित्सा और अनुसंधान का नेतृत्व करेंगे।

स्वस्थ भारत का स्वप्न जनआंदोलन बन चुका है : राज्यपाल

आयुष्मान भारत से लेकर टीबी उन्मूलन तक उल्लेखनीय पहल

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में ‘स्वस्थ भारत’ का सपना आज एक जनआंदोलन बन चुका है। योग, फिट इंडिया, खेलो इंडिया, आयुष्मान भारत और टीबी उन्मूलन जैसे अभियान एक सशक्त और आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव हैं। उन्होंने कहा कि भारत को अपने चिकित्सा अनुभव और सर्वोत्तम प्रथाओं को विश्व के साथ साझा करना चाहिए।

एचपीवी टीकाकरण को और सशक्त करने की जरूरत

राज्यपाल ने बालिकाओं के स्वास्थ्य संरक्षण पर विशेष बल देते हुए कहा कि सर्वाइकल कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाव के लिए एचपीवी टीकाकरण को व्यापक स्तर पर लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की कि भविष्य में बजटीय प्रावधानों के माध्यम से एचपीवी टीकाकरण को और सुदृढ़ किया जाए, ताकि प्रत्येक बेटी को समय पर सुरक्षा मिल सके।

राज्यपाल के मार्गदर्शन में यूपी ने की उल्लेखनीय प्रगति : जे.पी. नड्डा

उच्च एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान

समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने सभी विद्यार्थियों को उपाधि प्राप्त करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सफलता विद्यार्थियों की मेहनत, शिक्षकों के मार्गदर्शन और माता-पिता के त्याग का परिणाम है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने उच्च एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और केजीएमयू की परंपरा देश-विदेश में गौरव बढ़ा रही है।

आयुष्मान भारत विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से करोड़ों लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा मिली है। उन्होंने नव चिकित्सकों से राष्ट्रसेवा के भाव से कार्य करने और चिकित्सा एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में भारत को और सशक्त बनाने का आह्वान किया।

विश्वविद्यालय की उपलब्धियां और सम्मान

समारोह में विश्वविद्यालय की कुलपति पद्मश्री प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर प्रोफेसर अजय कुमार सूद को डी.एससी. (मानद उपाधि) से सम्मानित किया गया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की सभी उपाधियों को डिजिलॉकर में अपलोड किया तथा गोद लिए गए गांवों के विद्यार्थियों को पुरस्कार और पुस्तकें भेंट कर उनका उत्साहवर्धन किया। दीक्षांत समारोह में प्रदेश सरकार के मंत्री, विश्वविद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थी और उनके परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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