योगी सरकार जन कल्याणकारी योजनाओं के निर्माण के लिए पानी की तरह पैसे बहा रही है, लेकिन अधिकारी-कर्मचारियों के नकारापन के चलते सरकार की मंशा पर पलीता लग रहा है। कई योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बलिया से सामने आया है। जहां गांव में लाखों रुपए की लागत से बने अमृत सरोवर का बुरा हाल है। सरोवर में पानी की जगह घास फूस उग आई है। ये पूरा मामला नगरा थाना क्षेत्र के तियरा हैदरपुर गांव का है।
जहां अमृत सरोवर योजना के नाम पर जमकर लूट हुई है। आपको बता दें कि अमृत सरोवर योजना में पोखरे का निर्माण किया गया है। लेकिन पोखर में पूरी तरह से घास फूस उग आई है। तस्वीरों में साफ नजर आ रहा है कि पोखर बनाने में किस तरह से भ्रष्टाचार हुआ है। भीषण गर्मी में भी अमृत सरोवर में जल का प्रबंध नहीं किया गया है। जिसके चलते लोगों को अपने पशुओं को पानी पिलाने के लिए काफी दूर ले जाना पड़ता है।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर सरकारी धन का दुरुयोग किया है। ग्राम प्रधान से पूछने पर जवाब मिलता है कि आप लोग सिस्टम को नहीं जानते है कि कैसे काम होता है। गर्मी का सीजन अंतिम दौर में है। बरसात शुरू होने वाली है। अमृत सरोवर योजना में पोखर बनाने के नाम पर कई लाख रुपए खर्च हो गए।
गांव के पोखर में एक बूंद पानी नहीं है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि सरकारी योजना में निर्माण कार्य किस तरह से हो रहा है। इसे देखने वाला कोई नहीं है। यहां तक कि निर्माण साइट पर कोई अधिकारी भी नहीं आता। विकास कार्यों में लापरवाह अधिकारियों को चलते जहां भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है वहीं सरकार की किरकिरी भी हो रही है।