फिरोज़ाबाद में किसानों का धैर्य अब टूट चुका है। जनपद में खाद वितरण की प्रक्रिया ठप हो गई है, और किसानों ने आज समिति के बाहर हंगामा कर दिया।
किसानों का आरोप है कि समिति के सचिव की जगह उनका भाई पूरे केंद्र का संचालन कर रहा है, और इसी वजह से खाद का वितरण अपने फायदेमंद तरीके से किया जा रहा है। टोकन होने के बावजूद किसानों को खाद नही मिल पा रही है, और इसका असर अब सड़कों पर देखने को मिलने लगा है।
किसानों का फूटा गुस्सा
बता दें कि फिरोज़ाबाद जिले के दिदामई सहकारी साधन समिति में आज किसानों का गुस्सा फूट पड़ा है। किसान के हाथों में टोकन और आंखों में उम्मीद तो है लेकिन गोदाम का दरवाज़ा किसानों के लिए बंद है। ऐसे में किसानों का कहना है कि हमारे पास टोकन है फिर भी हमें खाद नहीं दी जा रही।
सचिव का भाई अपने लोगों को खाद बांट रहा है, और किसानों को नजरअंदाज कर दिया जा रहा है। ऐसे में उन्हें सिर्फ़ वादे मिले हैं… खाद नहीं। वहीं हालात बेकाबू होने पर किसानों ने समिति के बाहर जमकर नारेबाज़ी की है और प्रशासन से मांग की है कि उनके हक के लिए सरकार संबंधित अधिकारियों पर कब नकेल कसेगी।
क्या संबंधित विभाग उठाएगा कदम
अब देखना ये है कि कौपरेटिव विभाग इन आरोपों पर क्या कदम उठाता है, क्योंकि सवाल सिर्फ़ खाद का नहीं… किसानों की उम्मीदों का है। ऐसे में किसानों की मेहनत, जिससे खेत लहलहाते हैं… अब सवाल पूछ रहे हैं अगर खाद नहीं, तो फसल कैसे उगेगी…?

