जालौन जिले में पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। खेतों में खड़ी धान, मटर और बाजरे की फसलें बर्बादी के कगार पर पहुंच गई हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने आज स्वयं खेतों में पहुंचकर हालात का जायजा लिया।
उन्होंने किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को तत्काल सर्वे पूरा करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने उरई तहसील में धान की फसलों, माधौगढ़ में बाजार क्षेत्र तथा कोंच तहसील में मटर की फसलों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि नुकसान का सटीक सर्वे संयुक्त रूप से बीमा कंपनी और कृषि विभाग की टीमें मिलकर करें, ताकि पात्र किसानों को फसल बीमा योजना और कृषि निवेश अनुदान का लाभ शीघ्र मिल सके।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि जिन खेतों में धान की फसलें गिर चुकी हैं या मटर की बुवाई के बाद अंकुरण नहीं हुआ है, वहां नुकसान अधिक हुआ है। उन्होंने उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्वे पारदर्शी और तेज़ी से पूरा किया जाए, ताकि राहत कार्यों में कोई देरी न हो।
वहीं, राजस्व विभाग, कृषि विभाग और लेखपालों की टीमें भी लगातार गांवों में पहुंचकर फसलों की वास्तविक स्थिति का आकलन कर रही हैं। जिलाधिकारी के इस मौके पर निरीक्षण से किसानों में राहत की उम्मीद जगी है कि प्रशासन जल्द उनकी मदद करेगा।

