बलिया के जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने मीटिंग के दौरान अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। बैठक में उन्होंने पाया कि कई दफ्तरों में फाइलों का रख-रखाव सही तरीके से नहीं हो रहा है और कुछ फाइलें गायब भी मिली हैं। इस पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि राजस्व वादों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने सभी तहसीलदारों को निर्देश दिए कि धारा-34 के प्रकरणों का निस्तारण तेजी से किया जाए। जिलाधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि यदि तहसील से किसी की फाइल गायब मिलती है, तो संबंधित कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि राजस्व मामलों में लापरवाही से जनता को अनावश्यक परेशानी उठानी पड़ती है, जिसे कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को फाइलों के सुरक्षित रख-रखाव और समय पर निस्तारण के लिए सख्त निर्देश दिए।
जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह के इस सख्त रुख के बाद प्रशासनिक महकमे में हलचल तेज हो गई है। अब देखना होगा कि इन निर्देशों के बाद राजस्व वादों के निस्तारण की गति कितनी तेज होती है और अधिकारियों का कार्यशैली में कितना सुधार आता है।