Site icon UP की बात

Bahraich News: पयागपुर नगर पंचायत की जर्जर सड़कों ने बढ़ाई लोगों की परेशानी

उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद के अंतर्गत आने वाले पयागपुर नगर पंचायत क्षेत्र की सड़कों की हालत इन दिनों बेहद खराब हो गई है। बारिश के मौसम ने हालात को और बदतर बना दिया है। यहां की सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे उभर आए हैं, जो अब बरसात में पानी से भरकर तालाब में तब्दील हो गए हैं। इससे न केवल वाहन चालकों को परेशानी हो रही है, बल्कि पैदल चलने वाले लोगों के लिए भी रास्ता पार करना एक चुनौती बन चुका है।

स्थानीय निवासियों के अनुसार, सड़कें कई महीनों से खराब हालत में हैं। कई बार संबंधित सभासदों और नगर पंचायत अधिकारियों को ज्ञापन देने और मौखिक शिकायतें करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। विशेष रूप से पयागपुर नगर पंचायत के भीतर की मुख्य सड़कें और संपर्क मार्ग गड्ढों से भरे पड़े हैं। इन सड़कों से होकर स्कूली बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं भी रोजाना गुजरते हैं, जिससे हर दिन जान का जोखिम बना रहता है।

सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि बारिश के चलते गड्ढों में भरे पानी से गड्ढों की गहराई का अंदाजा नहीं लग पाता, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना और अधिक बढ़ जाती है। कुछ दिनों पहले एक बाइक सवार युवक गड्ढे में गिरकर घायल हो गया था। इसके बावजूद अब तक किसी भी तरह की मरम्मत कार्य शुरू नहीं किया गया है। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि खराब सड़कों के कारण उनके व्यापार पर भी बुरा असर पड़ रहा है।

नगर पंचायत की इस लापरवाही को लेकर क्षेत्र में जन आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोग यह आरोप लगा रहे हैं कि नगर पंचायत अध्यक्ष और ईओ (कार्यकारी अधिकारी) जनता की समस्याओं से पूरी तरह बेपरवाह हैं। शिकायतों के बाद भी न तो कोई निरीक्षण किया गया, न ही सड़कों की मरम्मत को लेकर कोई ठोस कार्य योजना बनाई गई है।

स्थानीय निवासी राकेश यादव का कहना है कि नगर पंचायत केवल टैक्स वसूली में सक्रिय रहती है, लेकिन सुविधाएं देने के नाम पर कुछ नहीं करती। वहीं मोहल्ले की महिलाओं ने बताया कि स्कूल जाने वाले बच्चों को गड्ढों से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे वे कई बार गिरकर चोटिल हो चुके हैं।

अब जनता की मांग है कि जिला प्रशासन खुद मामले का संज्ञान ले और नगर पंचायत को तत्काल प्रभाव से सड़क मरम्मत के निर्देश दे। साथ ही, लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई भी होनी चाहिए, ताकि भविष्य में जनता की मूलभूत समस्याओं को गंभीरता से लिया जा सके।

Exit mobile version