मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार शाम टीपीनगर चौक से पैडलेगंज मार्ग पर निर्माणाधीन गोरखपुर के पहले सिक्सलेन फ्लाई ओवर के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। फ्लाईओवर के पिलर संख्या 62-63 और 18-19 के पास जायजा लेने के दौरान उन्होंने निर्माण कार्य की प्रगति अपेक्षित न होने पर नाराजगी जताई। इसके लिए उन्होंने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि मानसून थमने से लेकर अबतक का समय काम में तेजी लाने के लिए बेहद अनुकूल था। उन्होंने सवाल किया कि आखिर इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया। अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं होने पर मुख्यमंत्री ने चेतावनी भरे लहजे में नसीहत दी कि सामान्य और टेक्निकल मैनपॉवर तथा मशीन, उपकरण जैसे संसाधन बढ़ाकर काम को तय समय सीमा में तेजी से पूरा किया जाए।
पहले सिक्सलेन फ्लाईओवर की प्रगति 72 प्रतिशत
बिहार के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने के बाद मंगलवार शाम गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री सबसे पहले नहर रोड स्थित आजाद चौक आए। यहां उन्होंने सिक्सलेन फ्लाईओवर के पिलर संख्या 62-63 के पास रुककर निर्माण की अद्यतन प्रगति की जानकारी ली। 429 करोड़ 49 लाख रुपये की लागत वाले गोरखपुर के इस पहले सिक्सलेन फ्लाई ओवर का निर्माण फरवरी 2023 में शुरू हुआ था और कार्य जनवरी 2026 तक पूरा किया जाना लक्षित है। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश सेतु निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि 2.6 किमी लंबे और कुल 77 पिलर वाले इस फ्लाईओवर के निर्माण की भौतिक प्रगति 72 प्रतिशत से अधिक है। लक्षित समय तक कार्य पूरा करने की कड़ी चेतावनी देने के साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि पिलर पर स्लैब डालते वक्त सिक्योरिटी और सेफ्टी के सभी इंतजाम हर हाल में सुनिश्चित किए जाएं।
फ्लाईओवर के नीचे सुंदरीकरण और जल निकासी पर विशेष जोर
सिक्सलेन फ्लाईओवर के पिलर संख्या 18-19 के पास निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि फ्लाईओवर पर और इसके नीचे सर्विस रोड पर भी प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था होनी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने पिलर के नीचे खाली जगह का अयोध्या की तर्ज पर सुंदरीकरण कराने और सड़क का स्लोप नाले की तरफ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नाले पर जगह-जगह सड़क से कनेक्ट जाली लगाई जाए ताकि पानी के साथ कूड़ा नालियों में न जाने पाए। सीएम योगी ने फ्लाईओवर के नीचे सड़क के दोनों तरफ ड्रेन और नालों के ऊपर स्लैब डालने का कार्य अधिकतम एक माह में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने सर्विस रोड और नालों के अलाइनमेंट पर विशेष ध्यान देने की नसीहत भी दी और कहा कि किसी भी दशा में जलजमाव नहीं होना चाहिए।
77 में से 55 पिलर पर स्लैब का कार्य पूरा
मुख्यमंत्री ने फ्लाईओवर के ड्राइंग मैप का अवलोकन करते हुए सभी पिलर पर स्लैब पड़ने की स्थिति के बारे में पूछा तो सेतु निगम के अधिकारियों ने बताया कि 77 में से 55 पिलर पर स्लैब पड़ चुके हैं। जनवरी 2026 तक बाकी पिलर पर भी स्लैब डाल दिए जाएंगे। सिक्सलेन फ्लाईओवर के निरीक्षण के दौरान सीएम योगी ने सड़क के दोनों तरफ नालों की स्थिति का भी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, भाजपा के महानगर संयोजक राजेश गुप्ता, प्रशासन, पुलिस, सेतु निगम, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम और जीडीए के अधिकारी मौजूद रहे।

