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Noida Authority: नोएडा के इन 8 गांवों में जमीन खरीदने से पहले रहें सावधान

नोएडा में जमीन खरीदने वालों के लिए बड़ी और अहम जानकारी सामने आई है। नोएडा प्राधिकरण ने गांवों में अधिग्रहीत भूमि का पूरा ब्योरा ऑनलाइन कर दिया है, ताकि लोग भू-माफियाओं और अवैध कॉलोनाइजरों के जाल में फंसकर अपनी जीवनभर की पूंजी न गंवाएं। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि यह डेटा प्राधिकरण की आधिकारिक वेबसाइट https://noidaauthorityonline.in/ पर उपलब्ध है, जिसे कोई भी व्यक्ति जमीन खरीदने से पहले देख सकता है।

क्यों जरूरी है यह डेटा देखना?

सीईओ लोकेश एम ने बताया कि कई बार लोग बिना जानकारी के ऐसे खसरा नंबरों पर जमीन खरीद लेते हैं, जो पहले ही नोएडा प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहीत होती है। ऐसी जमीन पर खरीद-फरोख्त पूरी तरह अवैध है बिना अनुमति निर्माण करने पर उसे अवैध मानकर ध्वस्त किया जा सकता है। इन खसरों पर किसी भी प्रकार के निर्माण के लिए प्राधिकरण की अनुमति अनिवार्य होगी इसी को देखते हुए पारदर्शिता के लिए पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन किया गया है।

इन 8 गांवों की 215.36 हेक्टेयर जमीन प्राधिकरण की

नोएडा प्राधिकरण ने जिन गांवों की जमीन का डेटा सार्वजनिक किया है, वे इस प्रकार हैं-

गांववार अधिग्रहीत भूमि का क्षेत्रफल

इन सभी गांवों की कुल 215.3642 हेक्टेयर भूमि नोएडा प्राधिकरण की है, जिस पर किसी भी प्रकार की खरीद-बिक्री गैरकानूनी है।

गांववार प्रमुख खसरा नंबर (संक्षेप में)

1. कामबक्शपुर

74एम, 75एम, 90एम, 91एम, 96एम, 98एम, 99एम, 100, 101एम, 106एम, 107एम, 295एम

2. कोंडली बांगर

12, 31, 35, 60, 65, 66, 67, 70, 72, 124, 125, 126, 143, 144, 147, 151, 157, 194, 195, 197, 201, 228, 412

3. बादौली बांगर

166, 449एम, 453एम

4. गुलावली

36, 41, 90, 98, 109, 530, 531, 542, 547, 562एम, 564एम, 569, 574, 580 से 589, 593 से 596, 600 से 609, 611 से 616, 617एम, 625 से 630, 633, 634, 636, 637, 642, 643, 669 से 692 (इसके अलावा अन्य खसरे भी शामिल)

5. दोस्तपुर मंगरौली बांगर

402 से 410 तक, 412 से 419 तक

6. सलारपुर खादर

59 से 62, 63एम, 442 से 447एम, 489 से 492, 504 से 506एम, 507 से 513 (अन्य खसरे भी शामिल)

7. सदरपुर

236एम

प्राधिकरण की अपील

नोएडा प्राधिकरण ने लोगों से अपील की है कि-

यह कदम निवेशकों और आम नागरिकों को धोखाधड़ी से बचाने की दिशा में अहम माना जा रहा है। अब जमीन खरीदने से पहले एक क्लिक में सच्चाई जानना संभव हो गया है।

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