गौतमबुद्ध नगर की जिलाधिकारी मेधा रूपम द्वारा किए गए औचक निरीक्षण के बाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा के रैन बसेरों में महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिले हैं। अब इन रैन बसेरों में फोल्डिंग बेड और लकड़ी के बेड उपलब्ध करा दिए गए हैं, जिससे आश्रय लेने वाले लोगों को फर्श पर सोने की मजबूरी से छुटकारा मिल गया है।
डीएम के निरीक्षण के बाद तुरंत लागू किए गए बदलाव
बुधवार देर रात डीएम मेधा रूपम ने सेक्टर डेल्टा-2, परी चौक, और P3 स्थित रैन बसेरों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने- फर्श पर बिछाए गए बिस्तरों को हटाने और उनकी जगह बेड लगाने के स्पष्ट निर्देश दिए थे।
प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई करते हुए गुरुवार रात तक: सेक्टर डेल्टा-2 सामुदायिक केंद्र, परी चौक रैन बसेरा, P3 सामुदायिक केंद्र सहित कई स्थानों पर फोल्डिंग और लकड़ी के बेड लगा दिए। इसके साथ ही स्वच्छ पेयजल और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था भी सुधार दी गई है।
रैन बसेरों में सुविधाएँ बढ़ेंगी, और नए आश्रय भी बनाए जाएंगे
प्रशासन ने बताया कि आवश्यकतानुसार और स्थानों पर भी नए रैन बसेरे बनाए जाएंगे। लक्ष्य है कि- “कोई भी निराश्रित व्यक्ति खुले आसमान के नीचे न सोने पाए।” इसके साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि रैन बसेरों में रहने की सुविधा पूरी तरह निशुल्क है। जो भी व्यक्ति रात में सुरक्षित जगह की तलाश में हों, वे बिना किसी शुल्क के यहां ठहर सकते हैं।

