यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के सेक्टर-10 में केंद्र सरकार द्वारा इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (EMC-2) की स्थापना को हरी झंडी मिल गई है। 206 एकड़ में फैली इस परियोजना में 66 इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों को भूखंड आवंटित किया जाएगा। इसके साथ ही यहां दो फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स भी बनाए जाएंगे जिनमें करीब 150 से अधिक MSME यूनिट्स को जगह मिलेगी।
फ्लैटेड फैक्ट्री में तैयार मिलेंगी 176 यूनिट्स
EMC-2 मॉडल खासतौर पर स्टार्टअप्स और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (MSME) के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। इस परियोजना के अंतर्गत YEIDA द्वारा 66 प्लॉट के साथ-साथ एक 16 एकड़ का फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स भी विकसित किया जा रहा है। इसमें 176 रेडी-टू-मूव-इन यूनिट्स बनेंगी जो छोटे उद्योगों को बिना किसी अतिरिक्त निर्माण लागत के तुरंत उत्पादन शुरू करने का अवसर देंगी।
हैवल्स लगाएगी 800 करोड़ का संयंत्र
EMC-2 परियोजना की एंकर यूनिट के रूप में हैवल्स इंडिया लिमिटेड को 50 एकड़ भूमि का LOI (आशय पत्र) जारी किया गया है। हैवल्स यहां 800 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। यह संयंत्र घरेलू उपकरणों जैसे पंखे, कूलर, एयर कंडीशनर, लाइटिंग उत्पाद, स्विचगियर और केबल के उत्पादन पर केंद्रित रहेगा। पहले चरण में ही 1000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
केंद्र देगा 144 करोड़, यीडा खर्च करेगा 340 करोड़
यह क्लस्टर केंद्र सरकार की EMC-2 योजना के तहत विकसित किया जा रहा है जिसमें विश्व स्तरीय अधोसंरचना तैयार करने के लिए वित्तीय सहायता मिलती है। केंद्र सरकार द्वारा 144 करोड़ की मंजूरी दी गई है, जबकि YEIDA खुद 340 करोड़ से अधिक की लागत वहन करेगा। इस लागत से सड़क, बिजली, पानी, सीवरेज और टेलीकम्युनिकेशन जैसी आधारभूत सुविधाएं तैयार की जाएंगी।
यमुना सिटी बनेगा इलेक्ट्रॉनिक्स हब
इस मेगा क्लस्टर के माध्यम से यमुना सिटी उत्तर भारत के एक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभरेगी। इससे न केवल निवेशकों को सुविधाजनक वातावरण मिलेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के हजारों अवसर भी प्राप्त होंगे। यीडा क्षेत्र पहले ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और फिल्म सिटी जैसी परियोजनाओं के कारण निवेशकों का पसंदीदा गंतव्य बन चुका है।