उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में ठोस कदम उठाते हुए बिना शुल्क बढ़ाए केवल सुविधाओं का विस्तार करके दुधवा टाइगर रिजर्व जैसे ईको टूरिज्म स्थलों को पर्यटकों की पहली पसंद बना दिया है। इसका परिणाम यह है कि प्रदेश में लगातार पर्यटकों की संख्या और राजस्व में वृद्धि हो रही है।
2020 से लगातार बढ़ रही है दुधवा की आय
कोरोना काल के बाद से ही दुधवा टाइगर रिजर्व की लोकप्रियता में वृद्धि देखने को मिली। सरकार ने 2020-21 से लेकर अब तक न तो प्रवेश शुल्क में वृद्धि की और न ही पर्यटकों पर अतिरिक्त भार डाला, बल्कि जंगल सफारी, स्वच्छता, आवासीय सुविधा, गाइड सेवा जैसी व्यवस्थाओं में लगातार सुधार किया।
पर्यटन सत्र | पर्यटक संख्या | आय (₹) |
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2020-21 | 20,781 | 35,07,201 |
2021-22 | 23,188 | 54,15,070 |
2022-23 | 28,347 | 1,45,16,127 |
2023-24 | 51,195 | 1,39,73,036 |
2024-25 (अप्रैल तक) | 44,644 | 1,48,05,490 |
2024-25 सत्र में अब तक ₹1.48 करोड़ की कमाई, दो माह शेष
वर्तमान पर्यटन सत्र (2024-25) में अभी जून तक दो महीने का समय शेष है और फिर भी अब तक 44,644 भारतीय व विदेशी पर्यटकों की आमद के साथ ₹1.48 करोड़ की आय दर्ज की जा चुकी है। यह दर्शाता है कि अगर यही प्रवृत्ति बनी रही तो यह सत्र अब तक का सर्वाधिक लाभकारी सत्र बन सकता है।
पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं बनी आकर्षण का केंद्र
दुधवा टाइगर रिजर्व के उप निदेशक डॉ. रंगा राजू टी के अनुसार, योगी सरकार के निर्देशन में पर्यटकों के लिए प्रत्येक वर्ष सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। जंगल सफारी, पर्यावरणीय सफाई, गाइड सुविधा, ठहरने की व्यवस्था जैसी आवश्यक सेवाओं को बेहतर बनाकर ‘अतिथि देवो भवः’ के भाव के साथ पर्यटकों को जोड़ा गया है।
उत्तर प्रदेश बना ईको टूरिज्म का केंद्र
योगी सरकार की दृढ़ नीति और बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के चलते न केवल धार्मिक स्थल, बल्कि अब ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन जैसे दुधवा भी देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। इससे प्रदेश को आर्थिक लाभ के साथ-साथ स्थानीय रोजगार और वन्यजीव संरक्षण को भी बल मिल रहा है।