यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सियासी बयानबाज़ी तेज हो गई है और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है। एक निजी चैनल से बातचीत में उन्होंने कानून-व्यवस्था, वोटर लिस्ट, अर्थव्यवस्था, गठबंधन राजनीति और चुनावी रणनीति पर विस्तार से अपनी बात रखते हुए भाजपा को हर क्षेत्र में घेरने की कोशिश की।
यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल: “अधिकारियों पर माफिया का डर, कफ सिरप घोटाला दबाया गया”
अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में माफिया का इतना प्रभाव है कि अधिकारी उनके घर का वेल्युएशन करने से भी डरते हैं। उन्होंने कफ सिरप घोटाले का मुद्दा उठाते हुए दावा किया कि जहरीले सिरप से कई लोगों की मौत हुई, लेकिन सरकार आरोपियों को बचा रही है क्योंकि वे सत्ता से जुड़े हुए हैं। उनके अनुसार यह सैकड़ों-हजारों करोड़ का अवैध कारोबार था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई-यही राज्य की कानून-व्यवस्था की वास्तविक तस्वीर है।
वोटर लिस्ट विवाद: “4 करोड़ वोट कटे, तो भाजपा अभी से चुनाव हार चुकी”
एसआईआर प्रक्रिया पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि सरकार आधार कार्ड को भी मान्य नहीं मान रही है और लोगों के वोट हटाए जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि एसआईआर में 4 करोड़ वोट कटे हैं। इस पर अखिलेश ने कहा- “यदि 4 करोड़ वोट कटे और उनमें से 85-90% भाजपा के हैं, तो हर विधानसभा में भाजपा के लगभग 84,000 वोट कम हो गए। इसका मतलब भाजपा तो अभी से चुनाव हार चुकी है।”
चुनावी रणनीति: “इंडी गठबंधन में सीट नहीं, जीत का मुद्दा महत्वपूर्ण”
अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद वह अब उत्तर प्रदेश में भी सत्ता से बाहर होगी। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन यूपी में मजबूत है और इसे और मजबूत किया जाएगा। यह भी स्पष्ट किया- “जो उम्मीदवार भाजपा को हरा सकता है, टिकट उसी को दिया जाएगा। गठबंधन में सीट का नहीं, जीत का सवाल सबसे प्रमुख है।” उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में इस रणनीति का परिणाम साफ दिखा, और भाजपा अब यूपी में दूसरे नंबर की पार्टी बन चुकी है।
भाजपा पर वैचारिक हमला: “भाजपा अपने विचार दूसरों पर थोपना चाहती है”
अखिलेश ने कहा कि भाजपा नकारात्मक राजनीति करती है और दूसरों को नुकसान पहुंचाने वाली सोच रखती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा भगवानों और महापुरुषों के नाम का सिर्फ नारे के रूप में इस्तेमाल करती है, उनके आदर्शों पर नहीं चलती। उन्होंने कहा कि यूपी की जनता सांप्रदायिक भाषा को स्वीकार नहीं करेगी और अयोध्या के चुनावी परिणाम इसका उदाहरण हैं।
महिलाओं के लिए वादा: “हर साल 40 हजार रुपये देंगे”
अखिलेश ने कहा कि जब बड़े उद्योगपतियों को बैंक से हजारों करोड़ का लोन मिल सकता है, तो सरकार गरीब महिलाओं को क्यों नहीं दे सकती? उन्होंने ऐलान किया कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर गरीब महिलाओं को हर साल 40,000 रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने याद दिलाया कि सपा सरकार पहले भी महिलाओं को पेंशन देती थी, जिसे आगे बढ़ाया जाएगा।
अरुण गोविल का मुद्दा: “रामायण के राम कहां बैठते हैं, संसद में दिखते नहीं”
अखिलेश यादव ने भाजपा की राजनीति पर तंज कसते हुए कहा कि रामायण के राम बने अभिनेता अरुण गोविल भाजपा के सांसद होते हुए भी संसद में दिखाई नहीं देते।उन्होंने कहा- “भाजपा भगवान राम का नाम तो लेती है, लेकिन उनके प्रतिनिधि को सम्मान की सीट तक नहीं देती।”
अर्थव्यवस्था पर हमला: “रुपया युगांडा की करेंसी से भी कमजोर”
अखिलेश ने केंद्र सरकार पर देश की अर्थव्यवस्था कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जिन देशों की यात्रा करते हैं, भारत की मुद्रा उन देशों की तुलना में भी कमजोर होती जा रही है। उन्होंने चुनौती दी कि भाजपा बताए कि-
-
देश की पर कैपिटा इनकम कितनी है?
-
यूपी की पर कैपिटा इनकम क्या है?
निवेश और विकास पर सवाल: “भाजपा ने सिर्फ सपने दिखाए, जमीन पर काम नहीं”
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने मिसाइल, डिफेंस एक्सपो और बड़े-बड़े इन्वेस्टमेंट समिट के सपने दिखाए, लेकिन जमीन पर कोई निवेश नहीं दिख रहा। रोजगार नहीं है, नदियों की सफाई नहीं हुई, और दिल्ली की हवा व यमुना की हालत किसी से छिपी नहीं है।
“हम भाजपा को हराने के लिए तैयार- यूपी बदलाव चाहता है”
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी भाजपा को हटाने के लिए पूरी तैयारी में है। जनता परिवर्तन चाहती है और इंडी गठबंधन मिलकर यह बदलाव लाएगा।

