1️. भयंकर बीमारी से बचाव पोलियो एक खतरनाक वायरस जनित बीमारी है जो बच्चों को जीवनभर के लिए दिव्यांग बना सकती है। पोलियो का टीका इस गंभीर संक्रमण से बचाव का सबसे सुरक्षित तरीका है।
2️. लकवे से सुरक्षायह वायरस नर्वस सिस्टम पर हमला करता है, जिससे शरीर के अंग हिलना बंद कर सकते हैं। टीका लगवाने से लकवा और मांसपेशियों के कमजोर होने का खतरा लगभग समाप्त हो जाता है।
3. जीवन की रक्षा करता है कई मामलों में पोलियो फेफड़ों की मांसपेशियों को भी प्रभावित करता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। टीकाकरण से इस जानलेवा स्थिति से भी बचाव संभव है।
4️. बीमारी के फैलाव पर रोक जब बच्चे को पोलियो की खुराक दी जाती है, तो वायरस के फैलने की संभावना घट जाती है। इससे न केवल आपका बच्चा, बल्कि आस-पास के बच्चे भी सुरक्षित रहते हैं।
5️. पोलियो-मुक्त भविष्य की ओर कदम बार-बार के टीकाकरण अभियान की वजह से भारत समेत कई देशों ने पोलियो को लगभग समाप्त कर दिया है। हर बच्चे का टीकाकरण एक पोलियो-मुक्त दुनिया की दिशा में कदम है।
6️.इलाज नहीं, सिर्फ बचाव है उपाय पोलियो का कोई इलाज नहीं है। एक बार यह हो जाए तो इसे ठीक नहीं किया जा सकता। इसलिए बचाव ही सबसे बड़ा उपचार है — और यह केवल टीकाकरण से ही संभव है।
7️.आसान और सुरक्षित टीकापोलियो ड्रॉप्स पूरी तरह सुरक्षित हैं। यह मुफ्त में दी जाती हैं और करोड़ों बच्चों का जीवन इनसे सुरक्षित हुआ है।
पोलियो से बचाव सिर्फ एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर माता-पिता का कर्तव्य है। हर बच्चे को पोलियो की खुराक ज़रूर दिलाएं — ताकि भविष्य हो स्वस्थ, सुरक्षित और पोलियो-मुक्त।
यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले योग्य डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें। प्रस्तुत जानकारी की सत्यता, प्रभाव या परिणामों की UP की बात कोई पुष्टि या जिम्मेदारी नहीं लेता।