बदलते मौसम और प्रदूषण की वजह से बच्चों में एलर्जी की समस्या बढ़ रही है।
लक्षण अक्सर सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं – खांसी, छींक, बंद नाक, बुखार और आंखों से पानी आना।
त्वचा फटना, सांस लेने में तकलीफ और अस्थमा जैसे गंभीर रूप भी देखे जा सकते हैं।
खाने-पीने की चीजों से एलर्जी में उल्टी, पेट दर्द, डायरिया, रैशेज, खुजली और होंठ सूजने जैसी परेशानियां होती हैं।
कुछ मामलों में ब्लड प्रेशर लो होना और चक्कर आना भी संभव है।
एलर्जी के कारण – पेड़-पौधों का परागकण, धूलकण, पालतू जानवरों के बाल, फफूंद और मच्छर के डंक हो सकते हैं।
सिगरेट का धुआं, परफ्यूम और गाड़ियों का धुआं भी समस्या बढ़ा सकते हैं।
मूंगफली, दूध, अंडा, सोया, मछली, गेहूं, नट्स और तिल जैसी चीजों से फूड एलर्जी बढ़ रही है।
अगर किसी चीज से परेशानी दिखे, तो तुरंत उसे डाइट से हटाकर डॉक्टर से सलाह लें।
बच्चा अगर लगातार खांस रहा हो या सांस लेने में दिक्कत हो, तो इलाज में देर न करें।
यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले योग्य डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें। प्रस्तुत जानकारी की सत्यता, प्रभाव या परिणामों की RNI कोई पुष्टि या जिम्मेदारी नहीं लेता।