मुज़फ्फरनगर में लकड़ी माफियाओं का आतंक अब हदें पार करते नज़र आ रहा है। हालात ये हैं कि, अब सरकारी भूमि ही नहीं, बल्कि कब्रिस्तान भी इनसे बचे नहीं हैं। ऐसे में वजीराबाद गांव में दर्जनभर से अधिक कीमती पेड़ों की कटाई ने इलाके में सनसनी फैला दी है।
मुज़फ्फरनगर में लकड़ी माफियाओं का कहर
मुज़फ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र के वजीराबाद गांव में आज सुबह-सुबह तब हड़कंप मच गया, जब ग्रामीणों ने देखा कि कब्रिस्तान और पंचायत भूमि पर खड़े हरे-भरे कीमती पेड़ एक-एक कर माफियाओं के लालच के शिकार बन चुके थे। यहां के नीम, सागौन, बकैन, सीमबल और कई बहुमूल्य पेड़ रात के अंधेरे में लकड़ी माफियाओं ने बेरहमी से काट डाले।
कब्रिस्तान को भी नहीं छोड़ रहे लकड़ी माफिया
सुबह सैकड़ों ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए, कब्रिस्तान के बीच कटे हुए पेड़ों का ढेर और लोगों में उबलता हुआ गुस्सा, बस एक ही सवाल पूछ रहा है कि आख़िर इतनी हिम्मत इन माफियाओं में कैसे आ गई है, आखिर इनके पीछे है कौन? वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौका-मुआयना किया और कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि हमें आश्वासन नहीं, कार्रवाई चाहिए।
प्रकृति और कानून को चुनौती दे रहे माफिया
मोरना-भोकरहेड़ी मार्ग पर स्थित इस कब्रिस्तान और उसके पास की पंचायत भूमि से दर्जनों पेड़ों को जिस तरह काटा गया। उससे साफ है कि योजना बनाकर, पूरी तैयारी के साथ यह चोरी की गई है।
लकड़ी माफिया किसी भी कीमत पर प्रकृति और कानून-दोनों को चुनौती देने पर उतारू हैं। अब देखना होगा कि पुलिस इन माफियाओं पर क्या कार्रवाई करती है और क्या वाकई कब्रिस्तान और सरकारी भूमि को इन जंगल चोरों से बचाया जा सकेगा या नहीं। ये एक बढ़ा सवाल है…

