गोरखपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सपनों का आदर्श शहर बनाने का संकल्प लिया है। शहर में तेज़ी से विकास कार्य भी हो रहे हैं, लेकिन कुछ विभागीय लापरवाही ऐसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर ग्रहण लगा रही है, जिनकी वजह से आम नागरिक लगातार कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। गोरखपुर में बन रहे तीन प्रमुख फ्लाईओवरों का निर्माण कार्य लंबे समय से अधर में अटका हुआ है।
तीन बड़े फ्लाईओवरों का कार्य ठप
वर्तमान समय में गोरखपुर में तीन महत्वपूर्ण फ्लाईओवर का निर्माण कार्य चल रहा है, जिनका उद्देश्य शहर की ट्रैफिक समस्या को कम करना था, लेकिन निर्माण में देरी ने स्थिति और अधिक जटिल बना दी है। ये फ्लाईओवर इस प्रकार हैं—
1. पैडलेगंज से नौसढ़ तक का फ्लाईओवर
2. पादरी बाज़ार से संगम चौराहे तक का फ्लाईओवर
3. खजांची चौराहा फ्लाईओवर
इन तीनों स्थानों पर निर्माण कार्य वर्षों से जारी है, लेकिन अब भी संतोषजनक प्रगति नहीं हो पाई है।
निर्माण में देरी से जनता परेशान
इन फ्लाईओवरों का आधा-अधूरा निर्माण आम नागरिकों के लिए मुसीबत बन गया है। शहर के बाहरी इलाकों में स्थित ये मार्ग रोजाना हजारों लोगों की आवाजाही के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। निर्माण कार्य के धीमे गति से आगे बढ़ने के कारण-
शहर में भारी जाम की स्थिति बनती है
- एंबुलेंस और स्कूल वाहनों के फंसने की घटनाएं आम हो चुकी हैं
- रात्रिकालीन समय में अनजान यात्रियों के दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है
- लोगों के अनुसार, इन मार्गों से गुजरना एक चुनौती बन चुका है।
CM के निर्देशों का भी नहीं दिख रहा असर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इन प्रोजेक्ट्स को लेकर कई बार समीक्षा कर चुके हैं, अधिकारियों को कड़े निर्देश भी दिए गए, लेकिन सेतु निगम और PWD के अधिकारियों के रवैये में कोई परिवर्तन होता नहीं दिखाई दे रहा।
ज़िम्मेदार विभागों की लापरवाही और धीमी कार्यप्रणाली के कारण ये परियोजनाएं तय समय पर पूरी नहीं हो सके।
सिर्फ 40% कार्य पूरा, 2026 तक खिंचने की आशंका
इन फ्लाईओवर प्रोजेक्ट्स को लेकर पहले उम्मीद जताई गई थी कि दिसंबर 2025 तक सभी कार्य पूरे हो जाएंगे, लेकिन अब तक केवल लगभग 40% कार्य ही सम्पन्न हो पाया है। स्थिति देखकर अंदेशा जताया जा रहा है कि इन प्रोजेक्ट्स को पूरा होने में 2026 तक का समय लग सकता है।
जनता में बढ़ रहा आक्रोश
शहर की जनता का कहना है कि अधूरे निर्माण और खराब ट्रैफिक प्रबंधन के कारण उनका दैनिक जीवन गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है। यदि विभाग जल्द आवश्यक कदम नहीं उठाते, तो आने वाले समय में स्थिति और बिगड़ सकती है।
गोरखपुर के विकास में ये फ्लाईओवर परियोजनाएँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली हैं, लेकिन निर्माण में देरी और विभागीय उदासीनता से जनता को राहत मिलने में अभी और समय लग सकता है। शहरवासी उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार सख्त निर्णय लेकर इन प्रोजेक्ट्स को जल्द से जल्द पूरा करवाए।

