ग्रेटर नोएडा के दनकौर-सिकंदराबाद रोड पर स्थित नवादा गांव को जोड़ने वाला ब्रिटिशकालीन पुल कई वर्षों से जर्जर अवस्था में है। समय के साथ इसकी हालत लगातार खराब होती जा रही है, जिससे यहां से गुजरने वाले राहगीरों और वाहन चालकों की जान जोखिम में पड़ गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल की मरम्मत न होने के कारण दुर्घटनाओं की आशंका लगातार बनी हुई है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार यह पुल नवादा, अमरपुर, पीपलका, दादूपुर दाउदपुर, बरसात और इमलिया सहित करीब 10 गांवों को नोएडा और ग्रेटर नोएडा से जोड़ता है। प्रतिदिन इस मार्ग से भारी संख्या में दोपहिया, चारपहिया और मालवाहक वाहन गुजरते हैं, जिससे पुल पर दबाव लगातार बना रहता है।
टूटी दीवारें, बढ़ता खतरा
पुल की दोनों ओर लगी सुरक्षा दीवारें कई स्थानों से टूट चुकी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बीते कुछ महीनों में यहां कई छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद संबंधित विभागों की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। रात के समय या बारिश के दौरान पुल पार करना और भी खतरनाक हो जाता है।
अन्य पुलों की हालत भी खराब
स्थानीय लोगों ने बताया कि क्षेत्र में केवल यही नहीं, बल्कि अन्य कई पुलों की स्थिति भी जर्जर बनी हुई है। ऐसे में किसी बड़े हादसे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते मरम्मत या पुनर्निर्माण नहीं किया गया, तो भविष्य में गंभीर दुर्घटना हो सकती है।
डीएम कार्यालय में शिकायत की तैयारी
क्षेत्र के निवासी ओमवीर नागर, चरण सिंह और त्रिलोक (नवादा) सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि वे जल्द ही इस समस्या को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराएंगे। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन शीघ्र संज्ञान लेकर पुल की मरम्मत या नए पुल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू करे, ताकि लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

