प्रदेश के मुख्य सचिव एस.पी. गोयल की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी मंडलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में कृषि, राजस्व, जनशिकायत निस्तारण, कानून-व्यवस्था, गोवंश संरक्षण और विभिन्न विकास योजनाओं की गहन समीक्षा की गई तथा अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए।
नववर्ष की पूर्व संध्या पर सख्त कानून-व्यवस्था के निर्देश
मुख्य सचिव ने कहा कि वर्ष के अंतिम दिन और नववर्ष की पूर्व संध्या पर प्रदेश के किसी भी जिले में हुड़दंग, छेड़छाड़, लूटपाट या कोई भी अप्रिय घटना न हो। इसके लिए भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों और संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाए। उन्होंने पुलिस पेट्रोलिंग को सक्रिय रखने और किसी भी घटना पर त्वरित एवं सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
शीतलहर को लेकर विशेष सतर्कता
प्रदेश में बढ़ती सर्दी और शीतलहर को देखते हुए मुख्य सचिव ने सभी मंडलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को पूर्ण संवेदनशीलता के साथ कार्य करने को कहा। रैन बसेरों में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध रहें। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, अस्पतालों और चौराहों पर अलाव की समुचित व्यवस्था हो तथा जरूरतमंदों को लगातार कंबल वितरित किए जाएं।
गोवंश संरक्षण के लिए पुख्ता इंतजाम
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में रात्रि के समय गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश खुले में न रहे। दिन में गोवंश को धूप में रखा जाए और ठंड से बचाव के लिए त्रिपाल, बोरा और पराली की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि गो आश्रय स्थलों में पौष्टिक आहार (भूसा, पराली, हरा चारा, दाना, गुड़) और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाए। वृद्ध, अशक्त और नवजात गोवंश के लिए विशेष इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं तथा गोशालाओं में साफ-सफाई और जल निकासी की व्यवस्था सुदृढ़ रखी जाए।
फार्मर रजिस्ट्री में नामांकन तेज करने के निर्देश
मुख्य सचिव ने शेष किसानों के फार्मर रजिस्ट्री में नामांकन कार्य को तेज गति से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सहित केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ किसानों को तभी निर्बाध रूप से मिल सकेगा, जब उनका फार्मर रजिस्ट्री में नामांकन होगा। किसानों को जागरूक करने के लिए एसएमएस भेजने, लेखपाल स्तर पर लंबित किसान आईडी को शीघ्र स्वीकृत करने और निरंतर समीक्षा करने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में बताया गया कि सत्यापन के बाद प्रदेश में पीएम किसान के 2.48 करोड़ लाभार्थी हैं, जिनमें से लगभग 60.86 प्रतिशत का फार्मर रजिस्ट्री में नामांकन पूरा हो चुका है।
5 जनवरी से शुरू होगा रबी फसल का डिजिटल क्रॉप सर्वे
मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि रबी फसल का डिजिटल क्रॉप सर्वे अभियान 5 जनवरी 2026 से 15 फरवरी 2026 तक संचालित किया जाएगा। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को समय से प्रशिक्षण, तैयारी और सर्वे से पहले ऑफलाइन फसल सर्वे पूरा कराने के निर्देश दिए।
जनता दर्शन और शिकायत निस्तारण पर जोर
सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को प्रतिदिन जनता दर्शन आयोजित करने तथा जनसामान्य की शिकायतों का त्वरित, समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कर पोर्टल पर फीड कराने के निर्देश दिए गए।
सर्किल रेट और आयुष्मान कार्ड पर भी समीक्षा
मुख्य सचिव ने खसरा वार सर्किल रेट के पुनरीक्षण को नए मानकीकृत प्रारूप में समय से पूरा कराने के निर्देश दिए। जिन 13 जिलों में अभी तक सर्किल रेट का पुनरीक्षण नहीं हुआ है, वहां यह कार्य शीघ्र कराने को कहा गया। इसके साथ ही आयुष्मान भारत योजना के तहत रविवार को आयोजित आरोग्य मेलों में अधिकाधिक लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने, नए ऑपरेटर पंजीकृत करने और निष्क्रिय ऑपरेटरों को सक्रिय करने पर जोर दिया गया।
वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव कृषि रवीन्द्र, प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान, सचिव मुख्यमंत्री सूर्यपाल गंगवार सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

