उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के शुद्धिकरण के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान 4 नवंबर से शुरू हो चुका है, जो 4 दिसंबर तक चलेगा। यह पहल देश के 12 राज्यों में एक साथ चल रही है। अभियान का मुख्य उद्देश्य सटीक और अद्यतन मतदाता सूची तैयार करना है। इसकी थीम ‘शुद्ध निर्वाचक नामावली – मजबूत लोकतंत्र’ रखी गई है।
अभियान के दौरान बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) हर घर जाकर मतदाताओं को प्री-प्रिंटेड फॉर्म की दो प्रतियां वितरित करेंगे। इन फॉर्म में मतदाता का नाम, पता, आयु और EPIC कार्ड नंबर जैसी जानकारी पहले से छपी होगी। BLO मतदाताओं को फॉर्म भरने में सहायता करेंगे और भरे हुए फॉर्म जमा करने पर उन्हें रिसीविंग भी देंगे। मतदाताओं से अपील की गई है कि वे दोनों प्रतियां सावधानी से भरें, नवीनतम फोटो लगाएं, हस्ताक्षर करें और समय पर BLO को लौटाएं।
अगर किसी क्षेत्र में BLO नहीं पहुंचता है, तो मतदाता आयोग की वेबसाइट से फॉर्म डाउनलोड कर स्वयं भर सकते हैं या टोल-फ्री नंबर 1950 एवं 1800 180 1950 पर संपर्क कर सकते हैं।
दिसंबर में प्रकाशित होगी नई मतदाता सूची
विशेष पुनरीक्षण की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद 9 दिसंबर को ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी की जाएगी। 9 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026 तक नागरिक दावे और आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे। इनके निस्तारण और सत्यापन का कार्य 31 जनवरी 2026 तक चलेगा। अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी, जो 2027 के विधानसभा चुनावों का आधार बनेगी।
राजनीतिक दलों ने भी बढ़ाई सक्रियता
SIR प्रक्रिया की शुरुआत के साथ ही प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। भारतीय जनता पार्टी ने फर्जी मतदान रोकने के लिए बूथ स्तर पर टीमें बनाई हैं। समाजवादी पार्टी ने अपने बूथ एजेंटों को विशेष रूप से युवा और महिला मतदाताओं पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश जारी किया है। बहुजन समाज पार्टी ने बूथ अध्यक्ष, सेक्टर अध्यक्ष और बूथ लेवल एजेंटों को जिम्मेदारी दी है कि वे BLO के साथ सहयोग करें। कांग्रेस और अन्य दल भी बूथ सुदृढ़ीकरण पर काम कर रहे हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे फॉर्म समय पर भरें और नए मतदाता इस मौके का लाभ उठाकर मतदाता सूची में अपना नाम अवश्य दर्ज कराएं।

