यमुना सिटी अब सौर ऊर्जा उत्पादन का बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने सेक्टर-8 में 200 एकड़ भूमि सौर ऊर्जा उपकरण निर्माण के लिए सील सोलर P6 प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित कर दी है। कंपनी यहां सोलर पैनल शीट और अन्य हाई-टेक उपकरणों का निर्माण करेगी।
अल्ट्रा मेगा कैटेगरी में शामिल प्रोजेक्ट
यीडा के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया के अनुसार, यह एक नया ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है जिसे अल्ट्रा मेगा श्रेणी में रखा गया है। इस श्रेणी में वही कंपनियां आती हैं जो:
- 3000 करोड़ रुपए या उससे अधिक का निवेश करती हैं।
- बड़े पैमाने पर उत्पादन क्षमता विकसित करती हैं।
सील सोलर P6 ने सेक्टर-8 में प्लांट लगाने के लिए भूमि की मांग की थी, जिसके बाद:
24 फरवरी 2025 को YEIDA ने कंपनी को लेटर ऑफ इंटेंट (LOI) जारी किया है।
प्रस्ताव को शासन को भेजा गया
10 जुलाई 2025 को इंवेस्ट यूपी ने भी परियोजना को मंजूरी दे दी। अब भूमि आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
कंपनी की क्षमता और वैश्विक उपस्थिति
सील सोलर P6 भारत की तेज़ी से बढ़ती सौर ऊर्जा कंपनियों में से एक है।
कंपनी की प्रमुख क्षमताएँ:
- 6.7 गीगावॉट से अधिक की सोलर परियोजनाएँ (चल रही और निर्माणाधीन)
- 3.5 गीगावॉट की टॉप-कोन (TOPCon) सोलर मॉड्यूल निर्माण क्षमता
नोएडा में लगने वाला यह प्लांट भारत की सोलर मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को और मजबूत करेगा और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देगा।
क्या होगा फायदा?
- उत्पादन बढ़ने से सोलर उपकरणों के आयात पर निर्भरता घटेगी।
- क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे।
- YEIDA के सेक्टर-8 को सस्टेनेबल इंडस्ट्रील ज़ोन के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी।
- यूपी का ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर और भी मजबूत होगा।

