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Ghotala: 29.92 करोड़ रुपये का छात्रवृत्ति घोटाला, ईओडब्ल्यू की बड़ी कार्रवाई

हाथरस जिले में वर्ष 2011-12 और 2012-13 के दौरान अल्पसंख्यक वर्ग के प्री-मैट्रिक छात्रों के लिए जारी की गई छात्रवृत्ति में करोड़ों रुपये के गबन का मामला सामने आया था। इस बहुचर्चित घोटाले में अब आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने एक और कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

घोटाले का पूरा मामला

दो वित्तीय वर्षों के दौरान जिले में अल्पसंख्यक वर्ग के प्री-मैट्रिक छात्रों के लिए 29.92 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी। जांच के दौरान पता चला कि इस धनराशि का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किया गया। जिले के 62 शैक्षणिक संस्थानों और मदरसों के नाम इस घोटाले में सामने आए थे।

ताज़ा कार्रवाई: दो पदाधिकारी गिरफ्तार

13 नवंबर को ईओडब्ल्यू कानपुर सेक्टर ने मदरसा मोहम्मद साहब इस्लामिया फोकनिया, सिकंदराराऊ के प्रबंधक धर्मवीर सिंह, निवासी सलेमपुर, और कोषाध्यक्ष सर्वेश पचौरी, निवासी विनोबा नगर सादाबाद को गिरफ्तार किया। इन पर 2011-12 और 2012-13 में 1.65 लाख रुपये की छात्रवृत्ति राशि के गबन का आरोप है।

जांच अधिकारियों के अनुसार, दोनों आरोपियों ने अपने पदों का दुरुपयोग करते हुए अन्य सह-अभियुक्तों के साथ मिलकर सरकारी धन को गलत तरीके से अपने लाभ के लिए इस्तेमाल किया।

जांच और आगे की कार्रवाई

यह मामला थाना मुरसान में दर्ज किया गया था, जिसकी जांच ईओडब्ल्यू कानपुर सेक्टर कर रहा है। निरीक्षक धनंजय सिंह ने बताया कि इस घोटाले से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश भी जारी है और कई जगहों पर दबिश दी जा रही है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को ईओडब्ल्यू मेरठ के न्यायालय में पेश किया जाएगा।

अब तक हुई प्रमुख गिरफ्तारियां

छात्रवृत्ति घोटाले में इससे पहले कई बड़े नाम गिरफ्तार हो चुके हैं:

पवन पर बाबा जाहरवीर मदरसा अर्जुनपुर भटेला में 33,48,660 रुपये और शिवचरन इंटर कॉलेज अर्जुनपुर में 8 लाख रुपये की छात्रवृत्ति राशि के गबन का आरोप है।

मुरलीधर गजानंद पॉलिटेक्निक कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य नसीरुद्दीन को 433 छात्रों के लिए जारी की गई 29.25 लाख रुपये की छात्रवृत्ति की धनराशि के गबन में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

हाथरस का यह छात्रवृत्ति घोटाला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। ईओडब्ल्यू की टीम मामले में तेजी से कार्रवाई कर रही है और आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियों की संभावना जताई जा रही है।

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