मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को योगेश्वर श्रीकृष्ण की पावन भूमि वृंदावन पहुंचे, जहाँ उन्होंने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा आयोजित “सनातन हिंदू एकता पदयात्रा” में सहभागिता की। उन्होंने कहा कि इस आध्यात्मिक और सामाजिक एकता को समर्पित पदयात्रा में शामिल होकर उन्हें अत्यंत हर्ष और आध्यात्मिक संतोष की अनुभूति हुई। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित समरसता भोज का प्रसाद भी ग्रहण किया।
संस्कृति और विरासत संरक्षण का आह्वान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दिल्ली से प्रारंभ होकर वृंदावन तक पहुंचने वाली यह पदयात्रा सनातन संस्कृति, परंपरा और भारतीय विरासत के संरक्षण का संदेश देती है। उन्होंने सभी सनातन प्रेमियों से अपील की कि पदयात्रा के मार्ग में जहाँ भी उन्हें अवसर मिले, वे इस पवित्र यात्रा में अवश्य शामिल हों और इसकी सफलतापूर्वक पूर्णता में योगदान दें।
“यह तो ब्रज की भूमि है” — मुख्यमंत्री
मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा आयोजित यह पदयात्रा सामाजिक समरसता और एकता का अद्भुत उदाहरण है। उन्होंने कहा— “यह तो ब्रज का धाम है, श्रीकृष्ण कन्हैयालाल की पावन भूमि। यहाँ की रज के कण-कण में भगवान का वास है। यहाँ की सड़कें, यहाँ के मकान—सब भगवान से जुड़े और सबके लिए महान हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि बागेश्वर धाम द्वारा समाज में समरसता, सद्भाव और एकता का जो संकल्प लिया गया है, वह अत्यंत प्रेरणादायी है और समाज को सकारात्मक दिशा देने वाला है।

