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Mathura News: नगर निगम की सफाई व्यवस्था पर सवाल, लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई के निर्देश

मथुरा-वृंदावन नगर निगम की स्वच्छता व्यवस्था को सुदृढ़ और प्रभावी बनाए रखने के लिए नगर आयुक्त जग प्रवेश ने एक बार फिर सख्त रुख अपनाते हुए नगर निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया। सोमवार सुबह 9:30 बजे वार्ड संख्या 42, मनोहरपुरा का दौरा कर उन्होंने सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति और कार्य प्रणाली का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त को यह जानकारी दी गई कि वार्ड में कुल 15 सफाईकर्मी नियुक्त हैं, परंतु मौके पर केवल 13 कर्मचारी उपस्थित थे। यह जानकारी सुपरवाइज़र मोहम्मद आबिद द्वारा दी गई। जब नगर आयुक्त ने उपस्थिति पंजिका की जांच की, तो उसमें केवल 11 कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज पाई गई। उपस्थिति में गड़बड़ी और भ्रामक जानकारी दिए जाने पर नगर आयुक्त ने सुपरवाइज़र मोहम्मद आबिद के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश नगर स्वास्थ्य अधिकारी को जारी किए।

नगर आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान यह भी निर्देश दिए कि सभी सफाई कर्मचारी निर्धारित यूनिफॉर्म में कार्य करें। उन्होंने कहा कि यूनिफॉर्म में काम करने से न केवल कर्मियों की पहचान में आसानी होगी, बल्कि यह कार्य प्रणाली में अनुशासन और जवाबदेही भी सुनिश्चित करेगा।

जग प्रवेश ने यह भी स्पष्ट किया कि नगर निगम की स्वच्छता व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने के लिए ऐसे औचक निरीक्षण भविष्य में भी जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि मथुरा-वृंदावन जैसे तीर्थ नगरी में सफाई व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

नगर आयुक्त ने सभी सफाई पर्यवेक्षकों और कर्मियों को चेतावनी दी कि समय पालन, ईमानदारी और जिम्मेदारी से कार्य करना उनकी ड्यूटी है। साथ ही यह भी कहा कि उपस्थिति पंजिका में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या मनमानी को गंभीरता से लिया जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

नगर निगम द्वारा जारी इस प्रकार की सख्ती और निगरानी से उम्मीद की जा रही है कि सफाई व्यवस्था में सुधार होगा और आम नागरिकों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण प्राप्त होगा। वार्डों में स्वच्छता को लेकर की जा रही निगरानी और कार्यवाही नगर निगम की स्वच्छ भारत मिशन के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।

नगर आयुक्त का यह दौरा न केवल सफाई व्यवस्था की गुणवत्ता पर ध्यान देने वाला कदम है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि मथुरा जैसे पवित्र नगरी में स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।

 

 

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