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Muzaffarnagar : ईडी और सीबीआई सहित उच्च पदस्थ अधिकारी बनकर किया लाखों का फ्रॉड,पुलिस ने दबोचा

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने ऐसे दो शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है जो खुद को ईडी और सीबीआई जैसे उच्च पदस्थ अधिकारियों के रूप में पेश कर डिजिटल अरेस्ट की आड़ में लोगों से ठगी कर रहे थे। पकड़े गए आरोपियों ने हाल ही में एक पूर्व अधिकारी से 33 लाख 33 हजार रुपये की ठगी की थी।

एसएसपी संजय वर्मा ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से एक लाख रुपये नकद, 39 सिम कार्ड, 21 एटीएम/डेबिट कार्ड, 15 पासबुक, 13 मोबाइल फोन, कई चेकबुक, नोटबुक, वाई-फाई राउटर, केबल और एक स्कूटी बरामद की गई है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने पीड़ित को डरा-धमकाकर खुद को केंद्रीय एजेंसियों का अधिकारी बताया और डिजिटल अरेस्ट करते हुए अवैध तरीके से ठगी की।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान निखिल गोयल निवासी ऋषिकेश (उत्तराखंड) और हरप्रीत सिंह उर्फ हर्ष निवासी बस्तर (छत्तीसगढ़) के रूप में हुई है। दोनों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उनका तीसरा साथी राजू निवासी भिलाई (छत्तीसगढ़), जो फिलहाल ऋषिकेश में रहता है, इस गैंग का सरगना है। राजू भोले-भाले लोगों से बैंक खाते, एटीएम कार्ड, पासबुक और सिम कार्ड लालच देकर हासिल करता है और विदेशों में बैठे साइबर ठगों से सांठगांठ करके पैसों की हेराफेरी करता है।

पुलिस के अनुसार आरोपी ठगी के पैसे एटीएम और चेक के जरिए नकद निकालते थे और शेष धनराशि USDT क्रिप्टोकरेंसी खरीदकर विदेश में बैठे साइबर गिरोह को भेजते थे। आरोपियों के खिलाफ विभिन्न जिलों और राज्यों में ठगी के कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि फरार आरोपी राजू सहित इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है और जल्द ही इन्हें गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

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