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Sambhal : मोहर्रम को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट, ASP ने दिए सख्त निर्देश

संभल जिले में बीते दिनों हुई सांप्रदायिक झड़पों को देखते हुए प्रशासन मोहर्रम के अवसर पर बेहद सतर्क नजर आ रहा है। बुधवार को संभल कोतवाली में एएसपी राजेश श्रीवास्तव, सीओ आलोक कुमार भाटी और सीओ असमोली कुलदीप कुमार ने अमन कमेटी के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इसमें स्पष्ट निर्देश दिए गए कि दूसरे संप्रदाय के घरों और पूजा स्थलों के सामने तेज़ आवाज में ढोल नहीं बजाए जाएंगे, ताकि किसी भी तरह की धार्मिक भावना को ठेस न पहुंचे और माहौल खराब न हो।

एएसपी ने कहा कि मोहर्रम ग़म का प्रतीक है, इसलिए ढोल बजाना परंपरा का हिस्सा तो है, लेकिन इसे किसी तरह की प्रतिस्पर्धा या शक्ति प्रदर्शन का माध्यम नहीं बनाया जाना चाहिए। खासकर, ऐसे स्थानों पर जहां दूसरे समुदाय की धार्मिक आस्था जुड़ी हो, वहां तेज़ आवाज में ढोल बजाने पर रोक रहेगी। उन्होंने कहा कि उकसावे या किसी भी तरह की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में यह भी साफ किया गया कि इस बार नाबालिग बच्चों को अलम और ताज़िए उठाने की अनुमति नहीं होगी। एएसपी ने बताया कि पूर्व में बिजली के तारों की चपेट में आकर हादसों की घटनाएं हुई थीं, इसी को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय एहतियातन लिया गया है। सभी ताज़िए परंपरागत मार्गों से ही गुजरेंगे, किसी नए या विवादित रास्ते से जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

अलम 3 जुलाई और मुहर्रम 6 जुलाई को मनाए जाएंगे। इसे लेकर प्रशासन की तैयारियां पहले से ही तेज़ हैं। बैठक में मौजूद अधिकारियों ने कहा कि ताज़िए की ऊंचाई 10 फीट से अधिक नहीं होगी, और सभी आयोजनकर्ता इस नियम का पालन सुनिश्चित करेंगे। भीड़ प्रबंधन और व्यवस्था बनाए रखने के लिए वॉलंटियर्स को भी सख्त हिदायत दी गई कि वे पुलिस प्रशासन का सहयोग करें और किसी भी तरह की अव्यवस्था को रोकने में मदद करें।

एएसपी राजेश श्रीवास्तव ने अमन कमेटी के सदस्यों से कहा कि मोहर्रम का पर्व सभी के सहयोग और सौहार्द से ही शांति से संपन्न हो सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी तरह की अफवाह या उकसावे में न आएं और कोई भी समस्या होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें।

बैठक में यह भी चर्चा हुई कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट या अफवाह फैलाने वालों पर प्रशासन की कड़ी निगाह रहेगी। कोई भी व्यक्ति माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो उस पर सख्त कार्रवाई तय है।

एएसपी ने अंत में कहा, “मोहर्रम एक धार्मिक अवसर है, इसे अनुशासन और शांति के साथ मनाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।” उन्होंने भरोसा जताया कि संभल के लोग परंपरागत भाईचारे और सद्भाव के माहौल में इस मौके को शांति से मनाएंगे।

इस मौके पर बड़ी संख्या में अमन कमेटी के सदस्य, मौलाना, जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे और सभी ने मिलकर कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग का भरोसा दिया। प्रशासन की इस सख्ती और जन सहभागिता से उम्मीद की जा रही है कि इस बार मोहर्रम का आयोजन पूरी तरह शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहेगा।

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