लखनऊ स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन में पहली बार में ही ‘बी प्लस प्लस’ ग्रेड प्राप्त हुई, जिसके लिए विश्वविद्यालय की नैक टीम ने प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल से भेंट की और आभार व्यक्त किया। राज्यपाल ने इस सफलता पर टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि पूरे विश्वविद्यालय परिवार के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि कोई भी संस्था जब परिवार की भावना से कार्य करती है, तभी असंभव से लगने वाले लक्ष्य भी आसानी से पूरे हो जाते हैं।
राज्यपाल ने इस ग्रेडिंग को केवल एक शैक्षणिक प्रमाण पत्र न मानकर संस्थागत संस्कृति, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, सामाजिक दायित्व और सतत सुधार की दिशा में प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया। उन्होंने विश्वविद्यालय को आगे चलकर NIRF, एशिया रैंकिंग और विश्व रैंकिंग जैसे प्लेटफॉर्म पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने हाल ही में राजभवन में आयोजित नीति आयोग और यूजीसी अधिकारियों की उपस्थिति में हुए कार्यशाला का उल्लेख किया, जहां रिसर्च फंडिंग, प्रासंगिक शोध और परियोजनाओं पर चर्चा की गई थी। राज्यपाल ने कहा कि पहले प्रयास में इस स्तर की ग्रेडिंग मिलना गर्व का विषय है और यह टीम भावना, नेतृत्व क्षमता और सकारात्मक दृष्टिकोण का परिचायक है।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय से भविष्य में शोध कार्यों पर अधिक ध्यान देने, गुणवत्ता सुनिश्चित करने और छात्रों के लिए प्रेरणादायी वातावरण तैयार करने का आह्वान किया। उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी का उदाहरण देते हुए कहा कि विद्यार्थियों को वैश्विक ज्ञान से जोड़ा जाना चाहिए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की नैक टीम ने बताया कि राज्यपाल जी के मार्गदर्शन और नेतृत्व के बिना यह सफलता संभव नहीं थी। उनकी सतत समीक्षा बैठकों और निर्देशों ने टीम को प्रेरित किया और एकजुटता के साथ कार्य करने की शक्ति दी। टीम ने यह भी बताया कि व्यक्तिगत और पारिवारिक कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने इस कार्य को एक सामाजिक जिम्मेदारी समझकर पूरा किया, जिसमें उनके परिजनों ने भी सहयोग दिया।
टीम ने इस अनुभव को केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक शैक्षणिक और सामाजिक पुनर्जागरण की यात्रा बताया। यह ग्रेडिंग न केवल विश्वविद्यालय की सफलता है, बल्कि राज्यपाल के नेतृत्व में प्रेरणा, समर्पण और सहयोग का परिणाम है।
कार्यक्रम में राजभवन के अपर मुख्य सचिव डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, विश्वविद्यालय के नैक टीम सदस्य और अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।