उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन, लखनऊ में भारतीय विदेश सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन मिड कैरियर ट्रेनिंग प्रोग्राम के अन्तर्गत अधिकारी 01 सितम्बर से 05 सितम्बर, 2025 तक उत्तर प्रदेश के भ्रमण पर आए हुए हैं।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम, अधिकारियों को जमीनी स्तर पर शासन-प्रशासन, विकास कार्यों एवं जनकल्याणकारी योजनाओं की कार्यप्रणाली समझने का अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इन अधिकारियों का यह अनुभव, विदेश सेवा में कार्य करते हुए भारत की छवि को और सशक्त बनाने में सहायक होगा।
राज्यपाल ने अधिकारियों से संवाद करते हुए उत्तर प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला-बाल विकास, स्टार्ट-अप, कृषि, निवेश, पर्यटन एवं सांस्कृतिक धरोहर से सम्बन्धित पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है और विदेशों के साथ निवेश तथा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान के अनेक अवसर यहाँ उपलब्ध हैं।
राज्यपाल जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालय लगातार शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ विभिन्न समझौता ज्ञापन संपन्न हुए हैं। विश्वविद्यालयों ने नैक में सर्वाेच्च ग्रेड प्राप्त कर अपनी गुणवत्ता को प्रमाणित किया है। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि विदेशी विद्यार्थी अब उत्तर प्रदेश में आकर हिंदी और संस्कृत सहित अन्य विषयों का भी अध्ययन कर रहे हैं।
राज्यपाल ने, राजभवन द्वारा, चुनौतियों को अवसर में बदलकर समाजहित में किये जा रहे कार्याे की जानकारी देते हुए बताया कि राजभवन परिसर में स्थापित विद्यालय के बच्चों तथा भिक्षावृत्ति छोड़ चुके बच्चों को राजभवन में बैंड का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इन बच्चों द्वारा गठित राजभवन बैंड ने 26 जनवरी को विधान सभा के सामने आयोजित परेड में प्रतिभाग कर प्रथम स्थान प्राप्त कर राजभवन का गौरव बढ़ाया। बच्चों को एसपीसी की ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे उनमें अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और नागरिक उत्तरदायित्व का भाव विकसित हो रहा है।
उन्होंने अवगत कराया कि राजभवन के प्रयासों से प्रदेश की आंगनबाड़ियों को सशक्त बनाने हेतु अब तक लगभग 40 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों को संसाधन किट उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि बच्चों को बेहतर ढंग से पढ़ाया-लिखाया जा सके। इसी प्रकार, प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के लिए राजभवन ने विशेष अभियान चलाया है, जिसके अंतर्गत मरीजों को पोषण पोटली प्रदान की जा रही है और अब तक लगभग चार लाख टीबी मरीज स्वस्थ होकर टीबी मुक्त हो चुके हैं।
राजभवन ने ट्रांसजेंडर समुदाय के कल्याण, नशा मुक्ति अभियान तथा समाज के सहयोग से अनेक नवाचारी पहलें भी की हैं। राजभवन परिसर में प्रतिदिन योग कार्यक्रम आयोजित होते हैं, राजभवन में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों का बीएमआई परीक्षण कराया जाता है, समय-समय पर सांस्कृतिक गतिविधियां कराई जाती हैं, और बच्चों के लिए स्केटिंग रिंग भी बनाई गई है, जिसमें वे खेलकूद के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ लेते हैं। राजभवन परिसर आम नागरिकों के लिए भी खुला है, जहाँ लोग मॉर्निंग वॉक और इवनिंग वॉक के लिए आते हैं और स्वस्थ जीवन शैली की ओर प्रेरित होते हैं।
राज्यपाल ने अधिकारियों को राजभवन से प्रकाशित पुस्तकें, ‘‘हमारा राजभवन’’, ‘‘आंगनबाड़ी मेरी आत्मा’’, ‘‘टी0बी0 अभियान’’, ‘‘राजभवन बैण्ड’’ ‘‘चुनौतियां मुझे पसन्द हैं’’ आदि की प्रतियां भेंट कीं तथा राजभवन में चल रहे विभिन्न नवाचारों की जानकारी दी।अधिकारियों ने राजभवन में समय देने एवं मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए राज्यपाल जी का आभार व्यक्त किया।