मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गोरखपुर दौरे के दूसरे दिन गोरखनाथ मंदिर परिसर में जनता दरबार लगाया। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 200 से अधिक फरियादियों ने अपनी शिकायतें मुख्यमंत्री के समक्ष रखीं।
जनता से सीधा संवाद, त्वरित समाधान के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक नागरिक की समस्या को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा — “जनता की समस्याओं का समयबद्ध और निष्पक्ष समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
सीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी फरियादी को परेशान न किया जाए और हर शिकायत का निस्तारण समय सीमा के भीतर किया जाए।
मंदिर प्रांगण में जनता दरबार का आयोजन
जनता दरबार सुबह गोरखनाथ मंदिर के प्रांगण में आयोजित किया गया। बड़ी संख्या में आमजन सुबह से ही अपनी शिकायतों के साथ पहुंचे।
सीएम योगी ने एक-एक कर लोगों से संवाद किया और आवश्यक विभागीय कार्रवाई के आदेश मौके पर ही जारी किए।
जनता दरबार में उठे प्रमुख मुद्दे
इस दौरान लोगों ने मुख्यमंत्री के समक्ष भूमि विवाद, पुलिस-प्रशासन से संबंधित मामलों, पेंशन, आवास, चिकित्सा सहायता और सरकारी योजनाओं से जुड़ी शिकायतें रखीं। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को “जनसुनवाई पोर्टल” पर दर्ज शिकायतों की निगरानी और फॉलो-अप सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जनता के बीच सीएम योगी की संवेदनशील छवि
मुख्यमंत्री योगी का जनता दरबार प्रदेशवासियों के बीच “सरकार जनता के द्वार” की भावना को सशक्त बनाता है। उनकी यह पहल प्रदेश में सुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही की मजबूत मिसाल पेश कर रही है।

