मिर्जापुर के गणेशगंज स्थित पीएम श्री रानी कर्णावती विद्यालय में उस समय उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला जब प्रधानाध्यापिका मधुरिमा तिवारी राष्ट्रपति सम्मान प्राप्त करने के बाद पहली बार स्कूल पहुंचीं। ढोल-नगाड़ों की थाप, तालियों की गूंज और बच्चों द्वारा फूलों की वर्षा के साथ उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
मधुरिमा तिवारी इस वर्ष राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान प्राप्त करने वाली उत्तर प्रदेश की पहली महिला शिक्षिका बनीं। उन्हें यह सम्मान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर शैक्षणिक वातावरण के निर्माण के लिए दिया गया। विद्यालय के मुख्य द्वार से लेकर कार्यालय तक शिक्षक और विद्यार्थी पंक्तिबद्ध खड़े होकर उनका अभिनंदन कर रहे थे। बच्चों द्वारा किए गए स्वागत से कई बार वह भावुक हो उठीं।
अपने संबोधन में उन्होंने बच्चों से कहा— “मेहनत करो, कभी हार मत मानो। मेहनत ही सफलता की कुंजी है।” उनका यह संदेश विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना।
लगभग आठ वर्ष पहले जब उन्होंने इस विद्यालय की जिम्मेदारी संभाली थी, तब यहां मात्र 56 छात्र थे। उनकी मेहनत और लगन से आज यह संख्या बढ़कर 218 हो गई है। मधुरिमा तिवारी का यह योगदान न केवल विद्यालय बल्कि पूरे जनपद के लिए प्रेरणादायी उदाहरण है।