ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक सेक्टर साइट-सी स्थित शिवालिक होम्स सोसाइटी में उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 फ्लैट सील कर दिए हैं। ये सभी फ्लैट अभी तक बिके नहीं थे। बिल्डर कॉसमॉस इंफ्रास्टेट पर 1.80 करोड़ रुपये बकाया होने के कारण यह कदम उठाया गया है।
यूपीसीडा द्वारा कई बार नोटिस जारी करने और आरसी (रिकवरी सर्टिफिकेट) जारी होने के बावजूद बिल्डर ने बकाया राशि जमा नहीं की, जिसके चलते प्राधिकरण को यह कार्रवाई करनी पड़ी।
बकाया न चुकाने से रुकी रजिस्ट्री, 400+ खरीदार फंसे
प्राधिकरण के क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार शर्मा के अनुसार:
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बिल्डर पर 1.80 करोड़ का बकाया लंबित है।
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बकाया के कारण फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है।
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बिल्डर ने अब तक आक्यूपेंसी सर्टिफिकेट (OC) के लिए भी आवेदन नहीं किया है।
इस लापरवाही का सीधा असर सोसाइटी के 400 से अधिक खरीदारों पर पड़ रहा है, जिन्हें अभी तक अपने फ्लैटों का मालिकाना हक नहीं मिल पाया है।
बिल्डर की लापरवाही से बढ़ी परेशानियाँ
यूपीसीडा के अनुसार-
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कई बार नोटिस दिए गए, पर बिल्डर ने राशि जमा नहीं की।
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आरसी जारी होने के बावजूद बिल्डर ने भुगतान नहीं किया।
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मजबूरी में प्राधिकरण को 10 फ्लैट सील करने पड़े।
यदि बिल्डर फिर भी राशि जमा नहीं करता है, तो प्राधिकरण आगे भी कड़ी कार्रवाई कर सकता है।
बायर्स की सबसे बड़ी चिंता – अब क्या होगा?
सीलिंग के बाद खरीदारों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि-
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बिना OC और रजिस्ट्री के वे अपने फ्लैट का पूर्ण स्वामित्व नहीं ले सकते।
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बिल्डर की लगातार लापरवाही से प्रोजेक्ट का भविष्य अनिश्चित बना हुआ है।
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खरीदारों को राहत दिलाने के लिए प्राधिकरण आगे स्थिति की समीक्षा करेगा।

